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हरिद्वार में 'धर्म संसद' (Haridwar Dharma Sansad) में भड़काऊ बयानबाजी (Hate Speech) के बाद आरोपियों पर कार्रवाई की मांग हो रही है. मुस्लिम समुदाय के खिलाफ जिस तरीके से इस कार्यक्रम में हिंसा करने का आह्वान किया गया, उसकी देश-विदेश हर जगह निंदा हो रही है. कार्यक्रम में शामिल कुछ लोगों के खिलाफ पुलिस ने केस भी दर्ज किया. अब विदेशी मीडिया में भी यह मुद्दा छाया हुआ है.कई विदेशी अखबारों ने इस खबर को प्रमुखता से छापा है, साथ ही नेताओं की चुप्पी पर सवाल भी उठाए हैं. आइए जानते हैं कि हरिद्वार धर्म संसद पर क्या कह रहा है विदेशी मीडिया...
न्यूयॉर्क टाइम्स ने हिंदू धर्म संसद के भड़काऊ भाषणों को प्रमुखता से जगह दी है. 'हिंदू अतिवादियों ने मुस्लिमों की हत्या का आह्वान किया, चुप रहे भारतीय नेता' शीर्षक से छपी खबर में हरिद्वार में धर्म संसद के बयानों, पुलिस केस और नेताओं की चुप्पी का जिक्र है.
न्यूयॉर्क टाइम्स लिखता है, ''इस सप्ताह सैकड़ों दक्षिणपंथी हिंदू कार्यकर्ताओं ने शपथ ली कि वे एक संवैधानिक रूप से धर्मनिरपेक्ष देश को हिंदू राष्ट्र में बदलेंगे. इसके लिए उन्हें मरना या मारना पड़े.
अखबार आगे लिखता है, ''हिंदू महासभा की नेता शुकन पांडे ने कहा कि अगर 100 लोग भी 20 लाख को मारने को तैयार हैं तो हम जीतेंगे. हम भारत को हिंदू राष्ट्र बनाएंगे. पांडे का इशारा मुसलमानों की तरफ था.''
कतर के अलजजीरा ने भी हरिद्वार धर्म संसद में मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ बयान को प्रमुखता से कवर किया है. अलजजीरा ने लिखा, ''हिंदू धार्मिक नेताओं का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें मुस्लिमों के नरसंहार की बात क की जा रही है. इसके सामने आने के बाद काफी हंगामा हो रहा है और कार्रवाई की मांग भी हो रही है.''
अलजजीरा ने लिखा है कि हरिद्वार में हुए इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी की पार्टी बीजेपी का कम से कम एक नेता भी शामिल था. 2014 में सत्ता में आने के बाद से पार्टी पर हिंदू राष्ट्रवादियों के जरिए मुसलमानों पर अत्याचार को बढ़ावा देने का आरोप लगता रहता है. मोदी सरकार ने कार्यक्रम की निंदा भी नहीं की है.''
अमेरिकी वेबसाइट ब्लूमबर्ग ने "भारतीय पुलिस धार्मिक कार्यक्रम में मुस्लिम विरोधी हेट स्पीच की जांच कर रही है''. शीर्षक से हरिद्वार धर्म संसद को मामले को कर किया है. ब्लूमबर्ग लिखता है, ''भारतीय पुलिस ने हरिद्वार शहर में हिंदुओं के धार्मिक कार्यक्रम में साधुओं के द्वारा मुसलमानों के खिलाफ हिंसा का आह्वान करने वाले भाषण के वीडियो सामने आने के बाद जांच शुरू की है.''
ब्लूमबर्ग ने इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाओं का भी जिक्र किया है. टेनिस लीजेंड मारिया नावारातिलोवा, पूर्व सेना प्रमुखों और ऐक्टिविस्ट के इस घटना पर प्रतिक्रियाओं का जिक्र किया है.
पाकिस्तानी अखबार 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' ने भी इस खबर को प्रमुखता से जगही दी है. ''हिंदुत्व के नेताओं ने भारत में मुसलमानों के नरसंहार का आह्वान किया'' शीर्षक से पाकिस्तानी अखबार 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' ने खबर को जगह दी है.
ट्रिब्यून लिखता है, ''कट्टर दक्षिणपंथी हिंदू नेताओं ने भारत में अल्पसंख्यकों के नरसंहार का आह्वान किया है, एक ऐसे देश में जहां मुसलमान समुदाय की आबादी 20 करोड़ है.''
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