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हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. अशोक तंवर का पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से लगातार सियासी विरोध चल रहा था. बता दें कांग्रेस हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है. टिकट बंटवारे को लेकर नाराज तंवर ने कहा,
कांग्रेस पार्टी में इस वक्त हरियाणा से लेकर महाराष्ट्र तक बगावत चल रही है. मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरूपम ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी पार्टी पर जमकर हमला बोला.
दो बार के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को बागी तेवरों के बाद पार्टी ने उन्हें विधायक दल का नेता बनाया था. चुनाव की दहलीज पर कांग्रेस ने अशोक तंवर की जगह कुमारी शैलजा को लाकर अपना प्रदेश अध्यक्ष भी बदला है.
अशोक तंवर की तरह ही शैलजा भी दलित समुदाय से हैं. हुड्डा जाट हैं और उन्हें पार्टी के विधायक दल का नेता बनाकर कांग्रेस ने इशारा दिया है कि वो पार्टी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार हैं.
संजय निरुपम ने विधानसभा चुनाव में पार्टी की तरफ से उन्हें दरकिनार किए जाने पर नाराजगी जताई है. निरुपम ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी पर जमकर हमला बोला.
निरुपम ने कहा, “महाराष्ट्र में कुछ सीटों को छोड़कर बाकी सभी सीटों पार्टी की जमानत जब्त होगी. मुझे नहीं लगता कि मैं पार्टी छोड़ना चाहूंगा, लेकिन अगर पार्टी के अंदर चीजें इस तरह जारी रहती हैं, तो मुझे नहीं लगता कि मैं पार्टी में लंबे समय तक रह सकता हूं. मैं चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं लूंगा.” उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ जुड़े लोग साजिश रच रहे हैं.
संजय निरूपम ने कहा कि महाराष्ट्र में टिकट बंटवारे के पहले उनसे सलाह नहीं ली गई. उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी निशाना साधा. निरूपम ने कहा कि खड़गे महाराष्ट्र में एंटी कांग्रेस मिशन चला रहे हैं. उन्होंने मुझे चुनाव से पहले हटाया जिसका असर लोकसभा चुनाव में पड़ा.
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