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हरियाणा सरकार द्वारा कल तक अपनी मांगें नहीं माने जाने की सूरत में जाट नेताओं ने आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन को फिर से शुरु करने की धमकी दी है. जिसके बाद हरियाणा सरकार ने संवेदनशील क्षेत्रों में तैनाती के लिए केंद्र से अर्धसैनिक बलों की मांग की है.
रोहतक रेंज के पुलिस महानिरीक्षक संजय कुमार ने कहा कि जाट नेताओं की धमकी के बाद राज्य के अन्य स्थानों से अतिरिक्त पुलिस बल का भी इंतजाम किया गया है. इसके साथ ही केंद्र से अर्द्धसैनिक बलों की भी मांग की गई है.
हालांकि उन्होंने इस संबंध में जानकारी देने से इनकार कर दिया कि जाट नेताओं द्वारा आंदोलन फिर से शुरु किए जाने की स्थिति में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कितने पुलिसकर्मी तैनात किए जा रहे हैं.
पिछले महीने हुए जाट आंदोलन के दौरान हिंसा को नियंत्रित करने में ‘‘असफल’’ रहने के कारण हरियाणा पुलिस की खूब आलोचना हुई थी. आंदोलन के दौरान 30 लोग मारे गए थे. जिसके बाद रोहतक के तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक श्रीकांत जाधव को हरियाणा सरकार ने निलंबित कर दिया था.
जाट आरक्षण आंदोलन का केंद्र रहे रोहतक सहित झज्जर, कैथल, जींद, सोनीपत और भिवानी में भयंकर हिंसा हुई थी. ऑल इंडिया जाट संघर्ष समिति के नेतृत्व में जाट समुदाय ने धमकी दी है कि यदि राज्य की बीजेपी सरकार ने गुरुवार 17 मार्च तक उनकी मांगे पूरी नहीं कीं, तो वे आंदोलन फिर शुरु कर देंगे.
जाट नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में 10 प्रतिशत आरक्षण, प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी वापस लिए जाने, आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के लिए मुआवजा और कुरुक्षेत्र से बीजेपी सांसद राज कुमार सैनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
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