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देश में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर लगाम लगने की बजाय ये लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. अब उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक एक युवती के साथ दरिंदगी की घटना सामने आई, गैंगरेप होने के कई दिनों बाद आखिरकार उस युवती ने हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया. इसके बाद से ही देशभर में इस घटना को लेकर काफी ज्यादा गुस्सा है. फिर चाहे वो नेता हों या अभिनेता, हर तरफ से एक ही मांग उठ रही है कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. साथ ही उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं.
बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार ने इस घटना को लेकर अपना गुस्सा जताते हुए कहा कि आखिर ये सब कब बंद होगा? उन्होंने ट्विटर पर लिखा,
बॉलीवुड एक्टर कंगना रनौत ने तो ऐसे अपराधियों को लोगों के सामने गोली मारने की बात कह डाली. उन्होंने कहा कि ऐसे हर साल बढ़ते गैंगरेप्स को रोकने के लिए आखिर क्या विकल्प है. इन रेपिस्ट को पब्लिकली गोली मार देनी चाहिए. ये देश के लिए एक दुखद और शर्मनाक दिन है.
एक्टर दिया मिर्जा ने भी इस घटना को लेकर कहा कि हम हाथरस पीड़िता को भूल गए. हम उसके लिए हर स्तर पर हार गए. ये हमारे सामूहिक विवेक पर है. वहीं हुमा कुरैशी, फरहान अख्तर, रिचा चड्ढा, स्वरा भास्कर समेत कई बॉलीवुड सितारों ने इस घटना पर गुस्सा जाहिर किया.
इस घटना को लेकर निर्भया की मां ने भी दुख जताया है. जिनकी बेटी के साथ 2012 में कुछ ऐसी ही दरिंदगी हुई थी और कई दिनों बाद उसने दम तोड़ दिया था. निर्भया की मां ने कहा,
कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने भी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और इसे लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने ट्विटर पर लिखा,
"UP के ‘वर्ग-विशेष’ जंगलराज ने एक और युवती को मार डाला. सरकार ने कहा कि ये फेक न्यूज है और पीड़िता को मरने के लिए छोड़ दिया. ना तो ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना फेक थी, ना ही पीड़िता की मौत और ना ही सरकार की बेरहमी."
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि आज की असंवेदनशील सत्ता से अब कोई उम्मीद नहीं बची. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा,
वहीं यूपी की ही पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी प्रमुख मायावती ने घटना पर दुख जताया और अपराधियों को सजा देने की बात कही. मायावती ने कहा,
"यूपी के हाथरस में गैंगरेप के बाद दलित पीड़िता की आज हुई मौत की खबर अति-दुःखद. सरकार पीड़ित परिवार की हर संभव सहायता करे व फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर अपराधियों को जल्द सजा सुनिश्चित करे, बीएसपी की यह मांग."
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस घटना को शर्म की बात बताया. उन्होंने ट्विटर पर लिखा,
कांग्रेस प्रवक्ता उदित राज ने भी ट्विटर पर कहा कि, "कौन कहता है कि बलात्कारी की जाति नहीं होती. हाथरस की दलित लड़की नहीं रही. जो लोग कहते हैं कि बलात्कार की जाति नहीं होती वे इस केस को अपनी सोच को दुरुस्त करने के लिए ताजा मामला मान सकते हैं. बलात्कारी चारो सवर्ण थे."
पूर्व जेएनयू छात्र कन्हैया कुमार ने भी ट्विटर पर कहा कि बलात्कारियों को बचाने की कोशिश नहीं होनी चाहिए. उन्होंने लिखा, "UP का BJP MLA कुलदीप सेंगर याद है? सत्ता ने बलात्कार और हत्या के इस आरोपी को बचाने का भरपूर प्रयास किया था. इससे ही बलात्कारियों का मनोबल बढ़ता है. हाथरस की दर्दनाक घटना में भी यही देखने को मिला है. बलात्कारी बेखौफ होकर हमारी निर्भयाओं को बलात्कार के बाद मौत के घाट उतार रहे हैं."
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