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हाथरस में युवती के साथ हुई हैवानियत के बाद उत्तरप्रदेश सरकार ने पुलिस, आरोपी समेत पीड़ित परिवार का और पॉलीग्राफ-नार्को टेस्ट कराने का फैसला लिया है. एसआईटी की शुरुआती जांच के बाद यह कार्रवाई की गई है.
बता दें मामले में यूपी प्रशासन की कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. जिलाधिकारी प्रवीण कुमार और एसपी विक्रांत वीर ने जिस तरह से मामले में हैंडलिंग की है, उसके चलते सरकार की खूब किरकिरी हो रही है. डीएम प्रवीण कुमार पर तो पीड़िता के परिवार ने धमकाने और दबाव डालने के भी आरोप लगाए हैं.
इस बीच पीड़िता के पूरे गांव को छावनी में बदल दिया गया है. 200 से ज्यादा पुलिस वालों ने पूरे गांव को घेर रखा है. ना तो मीडिया कर्मियों को अंदर जाने दिया जा रहा है, ना ही गांव से किसी को बाहर आने दिया जा रहा है.
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