तस्वीरों में: उत्तराखंड में बारिश से तबाही

हरिद्वार में भी गंगा खतरे के निशान के ऊपर बह रही है.

द क्विंट
भारत
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(फोटो:Twitter/ANI)
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उत्तराखंड में एक बार फिर भारी बारिश कहर बन कर बरस रही है. लगातार हो रही बारिश, बादल फटने के बाद चमोली-श्रीनगर के पास जमीन धंसने से कई इलाकों के रास्ते बंद हो गए हैं. स्थानीय लोगों के साथ तीर्थ यात्री जहां-तहां फंसे हैं. अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है और17 लापता हैं.

सोमवार सुबह रेसक्यू ऑपरेशन में जुटी सेना

भारी बारिश की चेतावनी के साथ ही उत्तराखंड के सरकारी कर्मचारियों - अधिकारियों की छुट्टियां रद्दकर दी गई है.

जारी की गई चेतावनी

पिथौरागढ़ जिले में हुई बादल फटने की घटना के बाद से चम्पावत जिले में भारत-नेपाल सीमा पर बहने वाली शारदा नदी का जल स्तर अपने उफान पर है. बनबसा बैराज से यूपी की तरफ करीब 2 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जो तबाही मचा सकती है.

NDRF, आर्मी और ITBP की टीमें लगातार राहत और बचाव के काम में लगी हुई हैं. चार धाम यात्रा फिलहाल रोक दी गई है. राज्य के मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों को 2 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है.

अगले 48 घंटे हाई- अलर्ट

हरिद्वार में भी गंगा खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. अगले 24 घंटे उत्तराखंड पर बेहद भारी पड़ने वाले हैं. चमोली, पिथौरागढ़, नैनीताल उधमसिंह नगर अल्मोड़ा, रुद्रप्रयाग टिहरी हरिद्वार में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई हैं.

शनिवार को चमोली में बारिश से ढहे घरों की तस्वीर. (फोटो: PTI)
शनिवार को चमोली जिले में बादल फटने के बाद की तस्वीर. (फोटो: PTI)
रविवार को चमोली में रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटा एक कार्यकर्ता. (फोटो: PTI)
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रविवार को कर्णप्रयाग में बादल फटने के बाद गांववालों के घर ढहे, टेंट में रहने को मजबूर. (फोटो: PTI)
शनिवार को पित्तोरागढ़ और चमोली जिले में राहत कार्य में जुटे आर्मी और एसडीआरएफ की टीम. (फोटो: PTI)
रविवार- कर्णप्रयाग के पास जखाने गांव में पुल पर से नदी बह रही है. (फोटो: PTI)

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