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चेन्नई में भारी बारिश के चलते स्कूल कॉलेज बंद हुए करीब एक सप्ताह से ज्यादा हो चुका है. लगातार भारी बारिश से सड़कें पूरी तरह से जलमग्न हो गईं हैं और यातायात पूरी तरह से ठप्प हो चुका है.
भारी बारिश के बाद बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को निकालने के लिए सेना और एयरफोर्स के जवानों को लगाया गया है.
हालत इतनी बुरी है कि चेन्नई शहर में घरों में फंसे लोगों को निकालने के लिए सड़कों पर नावें चलाई जा रही हैं.
ये वीडियो वेलाचेरी का है, जिसमें आप देख सकते हैं कि एक बुजुर्ग महिला को नाव के जरिए अस्पताल ले जाया जा रहा है. चेन्नई कॉर्पोरेशन और कई निजी कंपनियां जलमग्न निचले इलाकों में नाव की सेवा उपलब्ध करा रही हैं.
तमिलनाडु में हो रही लगातार बारिश की वजह से रेलवे ट्रैक्स भी पानी में डूब चुके हैं जिससे रेल यातायात भी रोक दिया गया है.
ये वीडियो चेन्नई के टी नगर इलाके के अरंगनाथन का है, इस वीडियो में आप देख सकते हैं कैसे एमटीसी की एक बस बारिश के चलते जमा हुए पानी में फंसी हुई है.
अंग्रेजी अखबार द हिंदू के मुताबिक करीब 1200 से ज्यादा लोग शहर के मेडीकल कैंपों में शरण लिए हुए हैं.
भारी बारिश से हो रही दिक्कतों से निपटने के लिए राज्य की मुख्यमंत्री जयललिता ने शहर के वरिष्ठ अधिकारियों को राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं.
मूसलाधार बारिश के चलते बिगड़े हालातों पर काबू पाने के लिए एनडीआरएफ की टीम को भी लगाया गया है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक भारी बारिश के चलते अब तक करीब 59 लोगों की जान जा चुकी है.
सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर भी बीते शनिवार से चेन्नई की बारिश #ChennaiRains के नाम से ट्रेंड कर रही है.
भारी बारिश के पीछे बंगाल की खाड़ी में बन रहे लो प्रेशर को जिम्मेदार माना जा रहा है. बीते रविवार को चेन्नई में करीब 27 सेंटीमीटर बारिश की मात्रा मापी गई थी. मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन दिन भी तेज बारिश हो सकती है. जिसके चलते मछुआरों को भी समुद्र तट पर ना जाने की चेतावनी दी गई है.
भारी बारिश के चलते रिहायशी इलाकों में फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की ग्यारह टीमें तैनात की गईं हैं.
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने भी छह संसदीय क्षेत्रों का दौरा किया और लोगों को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों की हर संभव मदद करेगी.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार चेन्नई को मूसलाधार बारिश से जल्द राहत मिलने की संभावना बेहद कम है.
मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी तमिलनाडु की ओर लो प्रेशर बढ़ जाने के बाद ही बारिश में कमी आएगी.
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