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राजधानी दिल्ली समेत देश के कई राज्य बाढ़ की चपेट में हैं. कई राज्यों में बाढ़ का कहर इस कदर जारी है कि लोगों को अपनी जान बचाकर भागना पड़ रहा है. पंजाब के जलंधर में 20 लोग बाढ़ के पानी में डूब गए. इसके अलावा दिल्ली में भी यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जिसके चलते करीब 7 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों और टेंटों में शिफ्ट किया गया है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी जारी की है कि पश्चिम-मध्य पर और बंगाल के उत्तर-पश्चिमी खाड़ी से सटे ओडिशा तट के करीब समुद्र तल से 1.5 से 4.5 किमी की ऊंचाई के बीच एक चक्रवाती तूफान जैसी स्थिति बन रही है. इसके प्रभाव से अगले 72 घंटों में ओडिशा में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है.
पंजाब और हरियाणा में सैकड़ों एकड़ कृषि भूमि और कई गांव अब भी जलमग्न हैं. पिछले दो दिनों से दोनों राज्यों में बारिश नहीं होने से बुधवार को अधिकारियों को बचाव अभियान चलाने में मदद मिली. पंजाब के जालंधर जिले के बाढ़ प्रभावित गांवों में सेना के हेलीकॉप्टरों से खाने के पैकेट गिराए गए. ये गांव सतलुज नदी का तटबंध टूटने की वजह से पानी में डूबे हुए हैं.
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, पश्चिमी कमान की वज्र कोर से सेना की 16 टीमों ने जालंधर, कपूरथला और नवांशहर जिलों में बचाव अभियान चलाया और सतलुज नदी के बांध को ठीक करने में मदद की.
दिल्ली में यमुना नदी का जल स्तर आज कम होने के बाद पुराने लोहे के पुल (लोहा पुल) पर रेल आवागमन फिर से शुरू कर दिया गया है. लेकिन इस पर गुजरने वाली रेलगाड़ियों की गति सीमा को नियंत्रित रखा गया है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की और कहा कि अगर कोई ‘‘कमी’’ पड़ी तो सरकार राहत सामग्री उपलब्ध कराएगी. यमुना नदी के निचले इलाकों के डूबने के बाद नदी के मैदानी हिस्से में रह रहे 15,000 से अधिक लोगों को विभिन्न सरकारी एजेंसियों द्वारा लगाए शिविरों में भेज दिया गया है.
यमुना बुधवार को भी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है. हालांकि, दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने कहा कि जल का स्तर कई घंटों से 206.60 मीटर पर स्थिर है और इसके कम होने की संभावना है.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में क्रैश हुए हेलिकॉप्टर में सवार तीनों लोगों की मौत हो चुकी है. हेलिकॉप्टर उत्तरकाशी में बादल फटने के बाद राहत बचाव कार्य में जुटा था.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में दो लोगों की मौत हो चुकी है. एसडीएम देवेंद्र नेगी ने बताया कि हेलिकॉप्टर में सवार तीन लोगों में से दो की मौत हो चुकी है और एक गंभीर रूप से घायल है.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री पहुंचा रहा हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. बताया जा रहा है कि हेलिकॉप्टर उत्तरकाशी के नजदीक क्रैश हुआ है. इसमें पायलट राजपाल, को-पायलट कप्तल लाल और एक स्थानीय व्यक्ति रमेश सावर समेत कुल तीन लोग सवार थे. बता दें कि उत्तरकाशी में बादल फटने के बाद से ही राहत बचाव कार्य और राहत सामग्री पहुंचाने के लिए हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि तार से टकराने के चलते ये हादसा हुआ.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के सानेल गांव के मोरी ब्लॉक में बादल फटने की घटना हुई है जिसके बाद 20 लोगों के लापता होने की खबर है. इस हादसे में अब तक 15 लोगों के शव बरामद किए गए हैं. फिलहाल अभी भी तलाशी अभियान जारी है.
उत्तरकाशी के आपदा प्रबंधन अधिकारी, देवेंद्र पटवाल ने कहा है कि लापता लोगों की रिपोर्ट आ रही है. अगर किसी को इसके बारे में कोई जानकारी मिलती है, तो उनसे अनुरोध किया जाता है कि वे मोरी पुलिस को इसके बारे में सूचित करें.
दिल्ली में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. यमुना ब्रिज (लोहा पुल) के नजदीक पानी 206.60 मीटर तक पहुंच चुका है. बताया गया है कि दोपहर एक बजे से लेकर शाम 5 बजे तक पानी यमुना का जलस्तर 207.08 मीटर तक पहुंच सकता है.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने की घटनाओं के बाद राहत पहुंचाई जा रही है. एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर से करीब 6 क्विंटल राहत सामग्री उत्तरकाशी के मोरी तहसील पहुंचाई गई.
पंजाब के जलंधर में लोहियां खास गांव के करीब 20 लोग बाढ़ के पानी में डूब गए. यहां एक डैम को भारी बारिश के चलते नुकसान पहुंचा था. जिसके बाद गांव के लोगों पर पानी आफत बनकर टूट गया. ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन ने अभी तक कोई मदद नहीं की. उन्होंने सरकार से मांग की है कि इलाके में कुछ टेंट की व्यवस्था की जाए.
यमुना के बढ़े जलस्तर के कारण दिल्ली के यमुना पुल पर ट्रेनों की आवाजाही बंद कर दी गई है. अब ट्रेनों को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से गुजारा जाएगा.
केंद्रीय जल कमीशन ने कहा है कि दिल्ली रेलवे पुल (पुराना लोहा पुल) पर यमुना कल उच्चतम स्तर 207.08 मीटर पर पहुंच सकती है.
उत्तर रेलवे ने यमुना के बढ़े जलस्तर के कारण दिल्ली के यमुना पुल पर ट्रेनों की स्पीड घटाकर 20 kmph करने के निर्देश दिए हैं. अगर जलस्तर 206.4 का निशान पार करेगा तो ट्रेनों की आवाजाही पुल पर से रोक दी जाएगी.
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. अब राजधानी के सबसे बड़े शमशान घाट निगमबोध में भी पानी अंदर तक घुस चुका है. जलस्तर बढ़ने के चलते यहां बेंच तक पानी में डूबने लगे हैं. बता दें कि यमुना पहले ही खतरे का निशान पार कर चुकी है.
दिल्ली में यमुना का पानी लगातार बढ़ता जा रहा है. खतरे को देखते हुए लगभग 7 हजार लोगों को दूसरी जगहों पर शिफ्ट किया गया है. इसके अलावा बाकी लोगों को भी जल्द निकलने को कहा जा रहा है. दिल्ली सरकार ने अभी तक 1100 से ज्यादा टेंट बनाए हैं, जिनमें लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है. यहां लोगों को खाना और बाकी सुविधाएं दी जा रही हैं. साथ ही हेल्थ चेकअप भी किया जा रहा है.
उत्तराखंड में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं से प्रभावित इलाकों में अब हैलिकॉप्टर से मदद पहुंचाई जा रही है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ऑफिस से बताया गया है कि तीन हैलिकॉप्टर इस काम में लगाए गए हैं. ये हैलिकॉप्टर देहरादून और आराकोट से पीने का पानी, फूड पैकेट और अन्य राहत सामग्री पहुंचाने का काम कर रहे हैं.
दिल्ली में यमुना का जलस्तर अब खतरे के निशान को भी पार कर चुका है. अब यमुना का जलस्तर 205.94 मीटर तक पहुंच चुका है. जो कि खतरे के लेवल से 0.61 मीटर ऊपर है.
यमुना का जल स्तर बढ़ने से फरीदाबाद और बल्लभगढ़ के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. सोमवार को बल्लभगढ़ के शाहपुरा खादर और गांव अरुआ में यमुना का पानी खेतों तक पहुंच गया. अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन ने शास्त्री पार्क यमुना खादर में ऊंचे स्थान पर तंबू लगा दिए हैं. लोगों को खाना भी वितरित किया जा रहा है.
उत्तराखंड के सीएम टीएस रावत ने बताया, उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लॉक में बादल फटने से कुल 20 लोगों के मरने की आशंका है, जिसमें से 12 शव बरामद किए जा चुके हैं. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और वन विभाग के लोग बचाव अभियान में लगे हुए हैं.
लुधियाना एनडीआरएफ इंस्पेक्टर ने बताया, राज्य में बाढ़ से पीड़ित लोगों के रेस्क्यू में 3 टीमें लगी हुई हैं. इसके अलावा 5-6 टीमें स्टैंडबाई पर हैं. सुबह से भोलेवाल कदीम गांव में 40 लोगों और 8 जानवरों को बचाया जा चुका है. अभी गांव के करीब 150 लोगों के बचाना बाकी है.
दिल्ली सरकार ने बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. किसी तरह की मदद के लिए 011-22421656 और 011- 21210849 पर कॉल की जा सकती है.
दिल्ली में यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण, नदी के ऊपर पुराने लोहे पुल पर गाड़ियों की आवाजाही रोक दी गई है. यमुना नदी का जल स्तर 205 मीटर (चेतावनी स्तर 204.50 मीटर) पर पहुंच गया है.
पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के बाद पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रूपनगर जिले में स्थिति का जायजा लिया. जबकि भारतीय वायुसेना ने करनाल में बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से नौ लोगों को बचाया.
अधिकारियों ने बताया कि लुधियाना जिले के 10 गांवों में बाढ़ के पानी घुसने के बाद जिले के कुछ हिस्सों से लोगों को निकाला गया.
यमुना नदी का जलस्तर 204.50 मीटर के चेतावनी के निशान को पार कर गया और 205.33 मीटर के खतरे के निशान को पार करने के कगार पर पहुंच गया. जिसके कारण प्रशासन को दिल्ली को इसके पूर्वी विंग से जोड़ने वाले एक पुल पर यातायात बंद करना पड़ा.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के आराकोट और आसपास के क्षेत्र में रविवार को बादल फटने और भूस्खलन से मची तबाही में मरने वालों की संख्या सोमवार को 10 हो गई. पिछले दो दिनों में हुई भारी बारिश के चलते प्रदेश की सभी नदियां उफान पर हैं. हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान को पार कर गयी है.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने यमुना के बढ़े जलस्तर पर कहा कि आज शाम तक यमुना खतरे के निशान को पार कर सकती है. अगले दो दिन में पानी तेज बहाव के साथ यहां पहुंच जाएगा. हमारे सभी अधिकारी और मंत्री 24 घंटे हालात पर नजर बनाए हुए हैं. बता दें कि इससे पहले सीएम केजरीवाल ने इसे लेकर एक बैठक भी बुलाई थी.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने से मकुडी गांव के 4 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं तीन लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है. एक ग्रामीण अभी भी लापता बताया जा रहा है. पूरे इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. इससे पहले आस-पास के गांवों से 17 लोगों की मौत की खबर सामने आई थी.
अगर आपके इलाके में भी बाढ़ आई है और उससे पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है तो आप कुछ समझदारियां अपनाकर खुद को और अपने परिवार को बीमारियों से बचा सकते हैं. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने इसके लिए कुछ सुझाव दिए हैं.
जम्मू-कश्मीर में तवी नदी उफान पर है, इस दौरान अचानक बढ़े जलस्तर के बीच दो लोग एक पुल के नजदीक पानी के बीच फंस गए. जिन्हें बचाने के लिए हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया.
हिमाचल प्रदेश के शिमला के पास नदी के ऊपर बना एक फुटओवर ब्रिज टूटकर बह गया. ग्रामीण इस ब्रिज का इस्तेमाल नदी के दूसरी तरफ जाने के लिए करते थे. भारी बारिश के चलते पूरे प्रदेश की नदियां उफान पर हैं. जलस्तर बढ़ने से ब्रिज का एक हिस्सा टूटकर बह गया.
उत्तरकाशी के मोरी तहसील इलाके में बादल फटने की घटना से अब तक कुल 17 लोगों की मौत हो चुकी है. आपदा प्रबंधन के सचिव (इंचार्ज) ने ये जानकारी दी. इस घटना में कई लोग घायल हुए हैं. जिन्हें नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया है. वहीं गंभीर रूप से घायलों को देहरादून भेजा गया है.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने यमुना के जलस्तर बढ़ने को लेकर एक आपात बैठक बुलाई है. दिल्ली सरकार बाढ़ जैसे हालात बनने पर हर जरूरी तैयारी में जुट चुकी है. इसके लिए राहत बचाव कार्य की कई टीमों को भी तैयार किया जा रहा है.
देशभर के कई राज्यों के बाद अब दिल्ली में भी यमुना का जलस्तर सामान्य से काफी ऊपर आ चुका है. जिसके बाद बाढ़ के खतरे को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है. सरकार ने एक दिन पहले ही बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी कर दिया था. निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा गया है, बताया गया है कि हथिनी कुंड बैराज से 20 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया है. जिसके बाद दिल्ली में यमुना का जलस्तर अचानक बढ़ा है.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने से तबाही मच गई. इसके अलावा कई अन्य जिलों में भी भारी बारिश के चलते लोगों को परेशाना का सामना करना पड़ा है. कई जगहों पर सड़कें धंस चुकीं हैं, वहीं कई रास्तों को भी नुकसान पहुंचा है. लामबगड़, उत्तरकाशी, चमोली, टिहरी और बागेश्वर के कई इलाकों में हालात बेहद खराब हैं. कई जिलों में प्रशासन ने स्कूल बंद करने के भी आदेश जारी किए हैं.
बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (बीआरओ) के मुताबिक, भूस्खलन के कारण हिमाचल के केलांग और सिस्सू में लगभग 400 पर्यटक अभी भी सड़क के बीच फंसे हुए हैं. लगातार हो रही बारिश से इलाके की सड़कें बह गई हैं. सड़कों को दोबारा बनाने का काम चल रहा है.
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