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बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने मथुरा और वृंदावन में ‘बंदरों के आतंक’ का मुद्दा बृहस्पतिवार को लोकसभा में उठाया और कहा कि इस समस्या से लोगों को राहत देने के लिए ‘मंकी सफारी’ बनाई जानी चाहिए. शून्यकाल के दौरान सदन में जब हेमा मालिनी ने यह मुद्दा उठाया तो कई सदस्यों ने उनकी बात का समर्थन किया और देश के कई हिस्सों में बंदरों से लोगों को परेशान होने की बात कही.
हेमा मालिनी ने कहा कि तीर्थस्थलों पर बंदरों के आतंक से लोगों को बहुत परेशानी हो रहे है. बंदर का नाम लेने से बहुत सारे लोगों को मजाक लगेगा, लेकिन यह बहुत गंभीर मुद्दा है. उन्होंने कहा कि मथुरा और वृंदावन में रहने वाले लोग बहुत परेशान हैं. बंदर लोगों पर हमले कर रहे हैं. कुछ लोगों की जान भी चली गई है. हेमा मालिनी ने कहा कि सरकार को इस समस्या का समाधान करना चाहिए. ‘मंकी सफारी’ बनाई जानी चाहिए ताकि लोग भी सुरक्षित रहें और बंदर भी सुरक्षित रहें.
हेमा मालिनी ने मीडिया को बताया : मैंने बंदरों की सुरक्षा के लिए "मंकी सफारी" (मथुरा में) की मांग की है. इसके अलावा, जंगलों में फल देने वाले पेड़ होने चाहिए. जानवरों ने मनुष्यों की खाद्य आदतों को अपनाया है जो उनके लिए स्वस्थ नहीं हैं. उन्हें अब फल नहीं चाहिए हैं, लेकिन समोसा और फ्रूटी.
उनकी बात का समर्थन करते हुए लोजपा के चिराग पासवान ने कहा कि लुटियन जोन में भी बंदरों का आतंक है और सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए . सदन में तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने हेमा मालिनी की बात का समर्थन करते हुए कहा कि वृंदावन में एक बंदर द्वारा अपना चश्मा ले जाने की घटना का उल्लेख किया और कहा कि सरकार को इस समस्या का समाधान करना चाहिए.
(इनपुट-आईएएनएस)
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