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आपको लगता होगा कि किसी के पास ये क्वालिटीज हैं, तो उसके किसी के साथ रिलेशनशिप में जाने के चांस बढ़ जाते होंगे.
चिंता मत करिए, हम आपकी सोच को 100 तोपों की सलामी देते हैं. लेकिन यहां हम आपको एक अलग गुरूमंत्र के बारे में बताने जा रहे हैं.
क्रेडिट स्कोर माने टाइम पर लोन चुकाने पर बैंकों द्वारा दी जाने वाली रेटिंग. अगर किसी का ये स्कोर जानदार है, तो एक चीज समझ लो. उसका अगले साल रिलेशनशिप में जाने का चांस बहुत बढ़ जाता है. और ये हम मन से बनाकर नहीं कह रहे हैं.
स्टडी करने वाले ग्रुप को ऐसा-वैसा मत समझना. ये टिंडर ऐप के मालिक हैं. टिंडर वही ऐप है जिसने कई लोगो की सेटिंग करवाई है. जिस पर कई दीवाने पोटेंशियल सेटिंग के चक्कर में दिन के 8 घंटे नियमित ड्यूटी करते हैं. फोटो स्वाइप करना उनका प्रिय शगल बन चुका है, जिसके चक्कर में उनके अंगूठे घिस-घिसकर फ्लैट हो गए हैं.
सर्वे में 2000 लोगों ने हिस्सा लिया. अपने पार्टनर के लिए जरुरी क्वालिटी के बारे में जब इनसे पूछा गया, तो इनके जवाबों का एनालिसिस कुछ इस तरह था.
तो अब अपनी सोशल मीडिया पिक्चर्स में जिम की फोटो या कार के साथ फोटो लगाकर चौड़े मत होना. अगर अच्छा रिजल्ट चाहिए, अगर जिंदगी अनप्लान्ड से प्लान्ड में अपग्रेड करना है, तो अपना क्रेडिट स्कोर सोशल मीडिया पर लिख दो. सिर्फ लिख नहीं दो, प्रचारित कर दो.
अगर अभी भी इस स्टडी पर विश्वास न हो तो एक्सपर्ट की बात सुन लो. किन्सी इंस्टीट्यूट की रिसर्चर और match.com की चीफ साइन्टिफिक एडवाइजर हेलेन फिचर का कहना है-
इसके बाद इन मोहतरमा ने इस पूरे कंसेप्ट को एक भारी शब्द से डिफाइन कर दिया- ‘डार्वेनियन मैकेनिज्म फॉर मेजरिंग योर रिप्रोडक्टिव एबिलिटी’’. समझ आया क्या? नहीं आया तो दिमाग मत दो, बहुतों को समझ नहीं आता.
अच्छा, अब इसके पीछे का लॉजिक समझो. सोचो, एक शानदार और जबरदस्त क्रेडिट स्कोर बनाने के लिए क्या करना पड़ता है?
अच्छा क्रेडिट स्कोर कोई ऐसे ही खड़ा नहीं कर देता. इसके पीछे कई सालों की रिस्पांसबिलटी, डिपेंडेबिलिटी और शानदार तरीके से मैनेज किए गए अकाउंट होते हैं.
एक अच्छे क्रेडिट स्कोर में लोगों को यही क्वालिटी दिखती हैं. जिसकी वजह से वो अच्छे क्रेडिट वाले लोगों की ओर खिंचते हैं. तो उम्मीद है आप अच्छे क्रेडिट स्कोर की अहमियत समझ गए होंगे.
बेटर ट्राई टू गेट गुड क्रेडिट स्कोर!
स्टोरी के इनपुट्स हमने ब्लूमबर्ग क्विंट से लिए हैं.
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