कानपुर में हुआ था सबसे बड़ा रेल हादसा, जिसमें 150 लोगों की मौत हुई थी
सुदीप्त शर्मा
भारत
Updated:
i
(फोटो: PTI)
प्रतीकात्मक फोटो
✕
advertisement
आजमगढ़ से दिल्ली आ रही कैफियात एक्सप्रेस (1225) बुधवार को हादसे का शिकार हो गई . यूपी के औरैया जिले में मानवरहित क्रॉसिंग पर ट्रेन की डंपर से टक्कर हो गई, जिससे इंजन समेत ट्रेन के 10 डिब्बे पटरी से उतर गए. करीब 74 लोग हादसे में घायल हुए हैं.
पिछले तीन सालों में लगातार इन हादसों में इजाफा हो रहा है. अभी चार दिन पहले 19 अगस्त को मुजफ्फरनगर के खतौली में उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. हादसे में कुल 23 लोगों की मौत हुई थी. वहीं 65 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. ये हैं पिछले तीन सालों के बड़े रेल हादसे.
26 मई 2014 को यूपी के संत कबीर नगर में गोरखधाम एक्सप्रेस ने एक मालगाड़ी को टक्कर मार दी. दुर्घटना में 25 लोगों की मौत हो हुई थी.
इसके बाद 5 मई 2015 को ही मध्यप्रदेश के हरदा में कामायनी एक्सप्रेस और जनता एक्सप्रेस पटरी से उतर गई. इसका कारण माचक नदी के पुल का, भारी बारिश के चलते दुर्घटनाग्रस्त हो जाना था. इसमें 31 लोगों की मौत हो गई थी.
25 मई 2015 को कौशांबी में सिराथू रेलवे स्टेशन पास मूरी एक्स्प्रेस हादसे का शिकार हो गई. इसमें 25 लोगों की जान चली गई थी. 300 से ज्यादा लोग घायल हुए.
20 मार्च 2016 को देहरादून से वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस रायबरेली में बछरांवां गांव के पास पटरी से उतर गई. दुर्घटना में 34 लोगों की मौत हो गई.
25 जुलाई 2016 को यूपी के भदोही में एक पैसेंजर ट्रेन मिनी स्कूल वैन से टकरा गई. दर्दनाक हादसे में 10 स्कूली बच्चों की मौत हो गई.
20 नवंबर 2016 को उत्तरप्रदेश के कानपुर के पास पुखरायां में हुए रेल हादसे मे 150 लोगों की मौत हो गई. पिछले तीन साल के इस सबसे बड़े रेल हादसे के पीछे आतंकियों का हाथ बताया गया.
22 जनवरी 2017 को हीराखंड एक्सप्रेस आंध्रप्रदेश के विजयानगरम में पटरी से उतर गई. इस दुर्घटना में 27 लोगों की मौत हो गई और 36 लोग घायल हो गए.
19 अगस्त 2017उत्कल एक्सप्रेस मुजफ्फरनगर में पटरी से उतर गई. इसमें 22 लोगों की मौत और 156 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
इसके अलावा महाकौशल एक्सप्रेस, राज्यरानी एक्सप्रेस जैसी कई दूसरी ट्रेनें भी दुर्घटनाग्रस्त हुई हैं. किस्मत अच्छी रही कि इन हादसों में जान-माल का बहुत ज्यादा नुकसान नहीं हो पाया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)