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एडिटोरियल नोट: 14 जनवरी को क्विंट हिंदी ने एक वीडियो स्टोरी पब्लिश किया था. जिसका शीर्षक था- ‘कैसे साबित करूंगा कि भारतीय हूं, कहते-कहते रोने लगा कैब ड्राइवर’. स्टोरी में एक कैब ड्राइवर देशभर में एनआरसी लागू होने से अपने डर का इजहार कर रहा है.
उसके बाद से सोशल मीडिया पर ड्राइवर को ट्रोल किया जा रहा है. मिसाल के तौर पर 15 जनवरी को, बॉलीवुड निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने ट्वीट किया- ‘’तो दोस्तों, मुझे बताया गया है कि ये इंसान बॉलीवुड का पार्ट टाइम जूनियर एक्टर है. इस लिखी हुई स्क्रिप्ट पर प्रफॉर्म करने के लिए @TheQuint ने उसे पैसे दिए हैं.’’
क्विंट ये कहना चाहता है कि:
लेकिन, सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग के बाद ड्राइवर ने क्विंट से वीडियो हटाने की गुजारिश की. ड्राइवर और उनके परिवार को ध्यान में रखते हुए हमने इस खबर के साथ का वीडियो अपने हर प्लेटफॉर्म से हटा लिया है.
'मेरा दिल जोर-जोर से धड़कने लगता है जब भी मैं NRC के बारे में सोचता हूं. मेरे पास न जमीन है न ही जमीन के कागज, मैं उन्हें कैसे साबित कर पाऊंगा कि मैं भारतीय हूं?'
ये कैब चालक रेहान* (बदला हुआ नाम) के शब्द हैं.
रेहान मुंबई में कैब चलाते हैं. NRC पर बात करते हुए वो भावुक हो गए और कहने लगे, “मैं रोज गाड़ी चलाता हूं और इसी से बच्चों का पेट भरता हूं और उन्हें स्कूल भेजता हूं. मेरे पिता और दादा, दोनों अब इस दुनिया में नहीं हैं. मैं यूपी से हूं लेकिन मेरे पास जमीन नहीं है. मैं क्या साबित करूंगा?”
अपने परिवार के भविष्य के बारे में चिंतित होते हुए रेहान आगे सवाल करते हैं- “वो(सरकार) क्या करेंगे? मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है. मैं अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए बहुत मेहनत करता हूं. क्या इसकी वजह से उनकी पढ़ाई भी रुक जाएगी?”
भावुक रेहान कहते हैं कि एक आदमी बहुत मेहनत करता है, बड़ी मुश्किलों से अपने बच्चों को पालता है. उन्हें आगे बढ़ते देखना चाहता है लेकिन अगर मुझे डिटेंशन कैंप भेज दिया गया तो क्या मेरे बच्चों को भी मेरे साथ भेजा जाएगा? क्या होगा अगर वो हमें अलग-अलग भेज देंगे?
संगीतकार सुमित रॉय ने ये वीडियो रेहान के कैब में जाते वक्त रिकॉर्ड किया. उन्होंने क्विंट को बताया कि वो विचलित थे, डरे हुए थे.
सुमित ने आगे बताया कि “जब मैं जा रहा था तो मैंने उन्हें गले लगाया. उसके बाद वो बुरी तरह रो पड़े.'
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