advertisement
कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार हरियाणा पुलिस ने बीती 3 अक्टूबर को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत को गिरफ्तार कर ही लिया. रेप केस में गुरमीत को दोषी ठहराए जाने के बाद से हनीप्रीत फरार चल रही थी. हनीप्रीत 37 दिनों तक पुलिस से बचती रही.
राम रहीम को 25 अगस्त को रेप केस में पंचकुला कोर्ट ने दोषी करार दिया. जिस वक्त कोर्ट ने फैसला सुनाया, उस वक्त हनीप्रीत गुरमीत राम रहीम के साथ थी. कोर्ट के फैसले के बाद पंचकुला में हिंसा भड़क उठी. इसी हिंसा को भड़काने के मामले में हनीप्रीत आरोपी है. साथ ही उस पर देशद्रोह का केस भी चल रहा है. हनीप्रीत पंचकुला हिंसा के बाद से ही फरार चल रही थी. बुधवार को हरियाणा पुलिस ने हनीप्रीत को पंजाब से गिरफ्तार किया. इसके बाद हनीप्रीत को पंचकुला कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने उसे छह दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया.
दिलचस्प ये है कि हनीप्रीत ने 2 अक्टूबर को एक न्यूज चैनल को गुप्त जगह से इंटरव्यू दिया और इसके 24 घंटे के भीतर ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया. हरियाणा पुलिस के मुताबिक, हनीप्रीत को 3 अक्टूबर को दोपहर तीन बजे उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब वह इनोवा कार से जीरकपुर-पटियाला रोड पर जा रही थी. गिरफ्तारी की जगह पंचकुला से करीब 10 किलोमीटर दूर बताई जा रही है.
अब सवाल ये उठता है कि क्या पंजाब पुलिस ने हनीप्रीत को गिरफ्तार किया और फिर बाद में हरियाणा पुलिस को सौंप दिया? पंचकुला के डीसीपी मनवीर सिंह ने बताया-
दूसरा सवाल यह उठता है कि क्या पुलिस के लिए हनीप्रीत को गिरफ्तार करना इतना आसान था? खैर, हरियाणा पुलिस ने अपना आधिकारिक बयान दे दिया है. लेकिन एक और पहलू भी है, जिसकी चर्चा जोरों पर हो रही है.
सूत्रों ने द क्विंट को बताया कि हनीप्रीत ने बठिंडा के कांग्रेस विधायक हरमिंदर सिंह जस्सी के यहां शरण ली हुई थी. जस्सी को डेरे का काफी करीबी माना जाता है. जस्सी की बेटी की शादी राम रहीम के बेटे से हुई है.
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद हनीप्रीत को आभास हो गया था कि अब वह ज्यादा दिन तक गिरफ्तारी से नहीं बच पाएगी. लिहाजा, हनीप्रीत ने जस्सी के साथ मिलकर पंजाब पुलिस के सीनियर अफसर की मदद से अपनी गिरफ्तारी की प्लानिंग की. ऐसे में स्पष्ट है कि हनीप्रीत 2 अक्टूबर तक पंजाब पुलिस की कस्टडी में थी.
सूत्रों का दावा है कि पंजाब पुलिस के सीनियर अफसर ने ही जस्सी के आदेश पर गिरफ्तारी से ठीक एक दिन पहले दो न्यूज चैनलों के साथ हनीप्रीत के इंटरव्यू की व्यवस्था कराई थी. इसका मतलब है कि हनीप्रीत ने न्यूज चैनलों को इंटरव्यू उस वक्त दिया, जब वह पंजाब पुलिस की हिरासत में थी, जोकि गैर कानूनी है. संभव है इसी वजह से पंजाब पुलिस हनीप्रीत की गिरफ्तारी के मामले से खुद को दूर रख रही है.
द क्विंट ने जब डीसीपी मनवीर सिंह से पूछा कि क्या जिस इनोवा कार से हनीप्रीत को गिरफ्तार किया गया, वह कांग्रेस विधायक जस्सी की थी? तो वह इस सवाल से बचते नजर आए.
पंजाब कांग्रेस के सचिव भूपिंदर सिंह गोरा ने भी कुछ हफ्ते पहले विधायक जस्सी पर हनीप्रीत को गायब करने का आरोप लगाया था. द क्विंट ने भी कांग्रेस विधायक जस्सी से इस मामले पर प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की. लेकिन अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है.
पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने हनीप्रीत से कई सवाल किए. गिरफ्तारी के तुरंत बाद हनीप्रीत को पंचकुला सेक्टर 6 पुलिस स्टेशन ले जाया गया. हनीप्रीत के साथ डेरा की एक अन्य अनुयायी सुखदीप कौर को भी गिरफ्तार किया गया. कौर बठिंडा की ही रहने वाली है. वह हनीप्रीत के साथ पिछले करीब तीन हफ्तों से थी. कौर का परिवार भी डेरा सच्चा सौदा के सिरसा मुख्यालय में ही रहता है.
सूत्रों के मुताबिक, पंचकुला पुलिस ने हनीप्रीत से जो सवाल पूछे, उनमें से कुछ ये हैं.
सवालः सुनारिया जेल से आप कहां गई थी?
जवाबः मैं काफी डर गई थी, इसलिए मैं अपने माता-पिता के यहां चली गई थी.
सवालः आपने पुलिस के सामने सरेंडर क्यों नहीं किया?
जवाबः मुझ पर देशद्रोह का आरोप लगा दिया गया, मैं डरी हुई थी और मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं. मेरे पापा (राम रहीम) जेल में हैं. इसलिए मैं बहुत परेशान थी. कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं.
सवालः पंचकुला हिंसा में राम रहीम का क्या रोल था?
जवाबः मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. मैंने कभी नहीं सुना कि ‘पापाजी’ ने पंचकुला में हिंसा के लिए कोई प्लानिंग की.
सवालः पुलिस रेड के बारे में तुम्हें कौन जानकारी देता था, जिससे तुम वहां से पहले भी निकल जाती थी. फिर चाहे वह बाडमेर हो या श्रीगंगानगर, गुरुसर, मोडिया, उदयपुर, गुरुग्राम, यूपी या फिर दिल्ली?
जवाबः मुझे इन जगहों पर पुलिस रेड के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. ना तो मैं कभी भागी और ना ही मैं इन जगहों पर गई. मैं अपनी ‘सेवादार’ सुखदीप कौर के घर पर ही रुकी हुई थी.
सवालः क्या हरमिंदर सिंह जस्सी ने इतने हफ्तों तक बठिंडा में छिपे रहने में तुम्हारी मदद की?
जवाबः मैं 25 अगस्त के बाद हरमिंदर सिंह जस्सी से नहीं मिली हूं. इसलिए मेरे छिपे होने में उनका कोई रोल नहीं है.
सवालः तो फिर जस्सी का सिक्योरिटी गार्ड गुरुसर मोडिया में उस वक्त क्या कर रहा था, जब पुलिस ने वहां रेड मारी थी? हमें रेड से पहले जानकारी मिली थी, तुम उसके साथ उसकी पर्सनल कार से भाग गई थी.
(हनीप्रीत खामोश रहती है.)
हनीप्रीत की गिरफ्तारी को लेकर अलग-अलग तरह के किस्से तैर रहे हैं. लेकिन क्या हनीप्रीत की गिरफ्तारी के पीछे का सच सामने आ पाएगा?
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)