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हैदराबाद में वेटेरनरी डॉक्टर से गैंगरेप और हत्या के आरोपियों के एनकाउंटर को लेकर अलग-अलग राय सामने आ रही हैं. एक तरफ लोग इस मामले में हैदराबाद पुलिस की तारीफ कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगों ने इस एनकाउंटर पर सवाल भी उठाए हैं.
रिटायर्ड पुलिस अफसरों, कानून के जानकारों से लेकर संसद के सदस्यों तक ने पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं.
हैदराबाद से AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार हर मुठभेड़ की जांच की जानी चाहिए. उन्होंने कहा-
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा है कि न्यायिक व्यवस्था से अलग इस तरह के एनकाउंटर स्वीकार नहीं किए जा सकते हैं. उन्होंने लिखा है-
वामपंथी पार्टियों ने हालांकि, पूरे मामले पर सख्त रुख अख्तियार किया. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि गैर-न्यायिक हत्याएं महिला सुरक्षा के प्रति चिंता का जवाब नहीं हो सकतीं. येचुरी ने कहा-
पूर्व केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा-
मेनका ने कहा , ‘‘फिर फायदा क्या है? फायदा क्या है अदालत का, फायदा क्या है पुलिस का? तब तो जिस को चाहो उठाओ और गोली मार दो.’’
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