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हैदराबाद में वेटनरी डॉक्टर के सामूहिक बालात्कार और हत्या के मामले ने पूरे देश को हिला दिया है. धीरे-धीरे मामले की और परतें खुलती जा रही हैं.
ताज खुलासे के मुताबिक, एक आरोपी ने हैदराबाद के बाहरी इलाके में स्थित टोल प्लाजा पर पीड़ित की स्कूटी की हवा निकाली थी. जब पीड़िता लौटी तो दो आरोपियों ने उसे मदद का प्रस्ताव दिया. प्लाजा पर खड़े ट्रक वालों के घूरने से घबराई पीड़िता ने उनकी मदद के प्रस्ताव को मान लिया. तीनों आरोपी इसके बाद पीड़िता को अंडरपास के नीचे ले गए. जहां पीड़िता का रेप कर उसकी हत्या कर दी गई.
20 साल के जोलू शिवा, जोलू नवीन (20), मोहम्मद आरिफ (26) और चिंताकुंता चेन्नाकेशावुलु (20) को मामले में आरोपी बनाया गया है. चारों नारायणपेट जिले के रहने वाले हैं और ट्रकों में काम करते हैं. उनपर IPC की धारा 302 (हत्या), 375 (बलात्कार) और 362 (अपहरण) का मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस ने बताया,
घटना के दौरान आरिफ ने पीड़िता का मुंह दबाया. दो आरोपी ट्रक में शव को ले गए. वहीं दो दूसरे आरोपियों ने अलग-अलग पेट्रोल पंप से ईंधन लिया. आने-जाने के लिए उन्होंने पीड़िता की गाड़ी का इस्तेमाल किया. बॉटल में लिए गए इसी पेट्रोल से उन्होंने पीड़िता के शव को चतनपल्ली अंडरपास के नीचे दबा दिया. आरिफ को हत्या में मुख्य आरोपी बनाया गया है.
वहीं केंद्र ने शुक्रवार को कहा कि सभी राज्यों को परामर्श जारी किया जाएगा कि वो महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों का पता लगाने के लिए एहतियाती कदम उठाएं. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि वह तेलंगाना सरकार के अधिकारियों से लगातार संपर्क में हैं ताकि महिला की हत्या में शामिल सभी आरोपी पकड़े जाएं और उन्हें सजा दी जा सके.
उन्होंने संसद के बाहर मीडिया से कहा-
रेड्डी ने कहा कि दोषियों को पकड़ कर मृत्युदंड दिया जाना चाहिए.
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