Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019अपने बुरे दौर पर बोले हनी सिंह: मैं बाइपोलर और शराबी था

अपने बुरे दौर पर बोले हनी सिंह: मैं बाइपोलर और शराबी था

हनी सिंह ने कहा, मुझे मेरे फैंस ने बनाया है, मेरे बारे में जानना उनका हक है.

द क्विंट
भारत
Updated:


बीते 10 मार्च को हनी सिंह ने मुंबई में अपनी आने वाली फिल्म ‘जोरावर’ का ट्रेलर लॉन्च किया (फोटोः IANS)
i
बीते 10 मार्च को हनी सिंह ने मुंबई में अपनी आने वाली फिल्म ‘जोरावर’ का ट्रेलर लॉन्च किया (फोटोः IANS)
null

advertisement

यो यो हनी सिंह जैसा मशहूर कलाकार जब कुछ दिन सुर्खियों से दूर रहता है तो लोगों को हैरानी तो होती ही है. बीते दो सालों में हनी सिंह के प्रशंसक उनके गानों पर जमकर थिरके हैं, लेकिन इन दो सालों में हनी सिंह सुर्खियों से गायब ही रहे. इस बीच यह खबर भी कई अखबारों की सुर्खियां बनी कि वह इस दौरान ड्रग्स की लत से दूर होने के लिए रिहेबिलिटेशन सेंटर में रह रहे थे. जबकि इस बीच हनी सिंह कुछ म्यूजिक अवार्ड शो में परफॉर्म करते भी नजर आए.

अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने इन तमाम अफवाहों पर अपनी चुप्पी तोड़ी है.

यह पहली बार है जब मैं इस बारे में बात कर रहा हूं, क्यों कि मैं चाहता हूं कि मेरे प्रशंसकों को भी पता चले कि मेरे साथ क्या हुआ. इस बारे में अभी तक कोई नहीं जानता, और मैं अपने बारे में दुनिया को अपने किसी प्रवक्ता के जरिए नहीं बल्कि खुद बताना चाहता हूं. बीते 18 महीने मेरी जिंदगी का सबसे बुरा दौर था, और मैं किसी से भी बात करने की हालत में नहीं था. मुझे मालूम है कि अफवाहें उड़ी थी, कि मैं ड्रग्स की लत से उबरने के लिए रिहेबिलिटेशन सेंटर में था लेकिन सच ये है कि मैं इस पूरे वक्त में नोएडा स्थित अपने घर पर ही था. सच्चाई ये है कि मैं बाइपोलर बीमारी से जूझ रहा था, मैं स्वीकार करता हूं कि मैं बाइपोलर था और शराब का भी बहुत अधिक सेवन कर रहा था. बाइपोलर होने की वजह से कुछ लोगों का सामना करना भी मुश्किल हो रहा था, भीड़ से बचता था.
यो यो हनी सिंह

आखिर क्या है बाइपोलर डिसऑर्डर

  • अचानक खुश और दूसरे ही पल दुखी हो जाता है मरीज.
  • ड्रग्स और शराब की लत लग जाती है.
  • भारत में 1 फीसदी लोग इस बीमारी के शिकार.
  • डिप्रेशन और तनाव से मानसिक संतुलन बिगड़ जाता है.
  • व्यवहार पर नियंत्रण नहीं रहता.
  • मौसम बदलने पर मरीज का मूड भी बदलने लगता है.
  • इस बीमारी को पहचानना मुश्किल

उन्होंने बताया कि ऐसी हालत में स्टारडम खोने का भी डर था. उन्होंने बताया कि करीब 18 महीने के इलाज के बाद वह इन हालातों से बाहर निकल पाए हैं.

लेकिन अब यह पीछे छूट चुका है और मैं बुरे दौर से बाहर आ चुका हूं. मैं एक डॉक्टर की देखरेख में हूं और यह इंटरव्यू देने से पहले मैंने उन्हें कॉल किया और उन्हें बताया कि मैं इस बारे में पूरी दुनिया को बताने जा रहा हूं. मुझे लगता है कि मैं अकेला नहीं हूं...मैं अपने प्रशंसकों से जुड़ा हूं, जिन्होंने मुझे बनाया है. उन्हें जानने का हक है, और यह वक्त इस बारे में बताने का सही वक्त है. आज सही वक्त इसलिए भी है क्यों कि आज मेरा बर्थडे है.
यो यो हनी सिंह

हनी सिंह आने वाले 18 मार्च को दुबई में होने जा रहे टाइ्म्स ऑफ इंडिया फिल्म अवॉर्ड के मंच पर अपनी परफॉर्मेंस को लेकर भी खासे उत्साहित हैं. जब उनसे एक आर्टिस्ट के तौर पर म्यूजिक इंडस्ट्री में उनके प्रतिद्वंदी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा

मेरा कंपटीशन किसी से नहीं है. मुझे अपने म्यूजिक पर यकीन है. जब कोई आर्टिस्ट हिट सॉन्ग देता है तो वह खुद को उसी तरह के गानों के साथ रिपीट करता रहता है. मैं हमेशा कुछ नया करने की कोशिश करता हूं. 

पूरा इंटरव्यू पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 15 Mar 2016,12:49 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT