Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019ओडिशा के रेलवे स्टेशन में अनोखा प्रयोग, हवा से बन रहा है पानी

ओडिशा के रेलवे स्टेशन में अनोखा प्रयोग, हवा से बन रहा है पानी

देश भर के उन स्टेशनों के लिए यह प्रयोग मिसाल होगा जहां पानी की कमी है

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
ओडिशा के एक रेलवे स्टेशन में हवा से पानी बनाने का प्रयोग सफल हो रहा है
i
ओडिशा के एक रेलवे स्टेशन में हवा से पानी बनाने का प्रयोग सफल हो रहा है
(फोटो: iStock)

advertisement

ओडिशा के पहाड़ी और आदिवासी बहुल इलाके में स्थित एक रेलवे स्टेशन पर ड्रिंकिंग वाटर की दिक्कत दूर करने के लिए हवा से पानी तैयार किया जा रहा है. पूर्व तटीय रेलवे (ईसीआर) के एक अधिकारी ने बताया कि रेल नेटवर्क में यह ऐसा पहला प्रयोग है.

नमी जमा कर बनाया जा रहा है पानी

राज्य की राजधानी भुवनेश्वर से 460 किमी दूर राउली के दुर्गम इलाके में स्थित स्टेशन के अधिकारियों को पेयजल की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने में मुश्किल पेश आ रही थी. स्टेशन में एक ट्यूबवेल लगाने की कोशिश का कोई नतीजा नहीं निकला.इस साल मार्च में एक मुआयने के दौरान ईसीआर के महाप्रबंधक उमेश सिंह ने स्टेशन को सुझाव दिया था कि पेयजल के लिए वायुमंडलीय नमी जमा कर उससे पानी निकालने वाली एक मशीन का इस्तेमाल करने की कोशिश की जाए.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

ईसीआर के मुख्य जन संपर्क अधिकारी जेपी मिश्रा के मुताबिक यह मशीन वायुमंडल से हवा प्राप्त करती है और इस हवा को एक ‘ कंडेंसर' से गुजारता है ताकि उष्मा के चलते वाष्प पानी में तब्दील हो जाएं.

ओडिशा के रायगढ़ जिले में कोरापुट - रायगढ़ सिंगल लाइन पर स्थित स्टेशन पर 25 अप्रैल को यह मशीन लगाई गई.यहां तीन ट्रेनें रोज रूकती है.यह मशीन 50 फीसदी की कम आर्द्रता पर भी और 32 से 35 डिग्री सेल्सियस तापमान पर काम करती है.यह एक दिन में 120 लीटर पानी बना सकती है मिश्रा ने बताया कि अब स्टेशन पर पर्याप्त पेयजल है.ईसीआर को इस मशीन पर दो लाख रुपये लागत आई है. यह रेलवे में ऐसी पहली परियोजना है.

ये भी पढ़ें - औरंगाबाद में पानी को लेकर विवाद, उपद्रवियों ने शहर में लगाई आग

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT