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तस्वीरों में: सवाई माधोपुर स्टेशन पर चहकती बुलबुल, गुर्राते चीते

WWF की मदद से रणथंभौर नेशनल पार्क के प्रवेश द्वार सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन को नया रूप मिला है. 

मोनिका सरूप
भारत
Updated:
वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड के सहयोग से सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन को हेरिटेज स्टेशन के रूप में विकसित किया गया है.
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वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड के सहयोग से सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन को हेरिटेज स्टेशन के रूप में विकसित किया गया है.
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रणथंभौर नेशनल पार्क के लिए मशहूर राजस्थान का शहर सवाई माधोपुर देखने में एक आम शहर की तरह है. पर इस शहर का रेलवे स्टेशन देश के सबसे खूबसूरत रेलवे स्टेशनों में से एक हो गया है. वजह है इसकी दीवारों पर बनी पेंटिंग्स और ग्राफिटीज.

इन तस्वीरों का मकसद है रणथंभौर आने वाले पर्यटकों को वन्यजीव संरक्षण के बारे में जागरूक करना.

रणथंभौर स्कूल ऑफ आर्ट के स्थानीय चित्रकारों ने क्षेत्र की वनस्पति और जीव-जगत को स्टेशन की दीवारों पर उकेरकर इसे कलात्मक रूप दे दिया है. देश में अपनी तरह के इस पहले प्रोजेक्‍ट को वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड से मदद मिली है.

रणथंभौर आने वाले पर्यटकों को वन्यजीव संरक्षण के बारे में जागरूक करने के लिए बनाई गई तस्वीर. (फोटो: द क्विंट)
सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन. (फोटो: द क्विंट)

तस्वीरों में डार्टर और ट्री-पाई पक्षी हैं, बाघ, भालू, लकड़बग्घे और चीते हैं. रणथंभौर नेशनल पार्क के पुराने बरगद के पेड़ को भी तस्वीर में उतारा गया है. इस पेड़ की जड़ें कलात्मक रूप से छतों और दीवारों पर फैली नजर आती हैं. गिलहरी, मोर, कठफोड़वा और बुलबुल जैसे जानवरों को पेड़ों की डालियों पर इस तरह बनाया गया है कि लगता है वे अचानक बोल उठेंगे.

सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर बनी कलाकृति. (फोटो: रेल मंत्रालय)
(फोटो: रेल मंत्रालय)

इस प्रॉजेक्ट के तहत भरतपुर रेलवे स्टेशन और कोटा-निज़ामुद्दीन जनशताब्दी पर भी कलाकृतियां बनाई जानी हैं. अगले चरण में होने वाले इस कार्य को भी वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड से मदद मिलेगी.

पर्यटन को प्रोत्साहन देती वन्‍य जीवन की एक तस्वीर. (फोटो: द क्विंट)
(फोटो: द क्विंट)
(फोटो: द क्विंट)
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(फोटो: द क्विंट)
(फोटो: द क्विंट)
(फोटो: द क्विंट)
(फोटो: द क्विंट)
(फोटो: द क्विंट)
(फोटो: द क्विंट)

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Published: 06 Jan 2016,08:47 PM IST

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