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जम्मू-कश्मीर के बडगाम में इंडियन एयरफोर्स के एमआई-17 हेलिकाॅप्टर क्रैश में शहीद स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ का शुक्रवार को चंडीगढ़ में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. शहीद की पत्नी स्कवाड्रन लीडर आरती सिंह ने यूनिफॉर्म पहनकर अपने पति को श्रद्धांजलि दी.
शहीद के पार्थिव शरीर को गुरुवार को विशेष विमान से चंडीगढ़ स्थित एयरफोर्स स्टेशन लाया गया था. इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को एयरफोर्स वाहन से सेक्टर 44 स्थित उनके आवास से श्मशान घाट लाया गया.
सिद्धार्थ वशिष्ठ (31) अपने परिवार से रक्षाबल में शामिल होने वाली चौथी पीढ़ी के सदस्य थे. पिछले साल केरल बाढ़ के दौरान बचाव कार्यों में उनके असाधारण योगदान के लिए उन्हें 26 जनवरी को सम्मानित किया गया था.
सिद्धार्थ ने श्रीनगर हवाईअड्डे से बुधवार सुबह उड़ान भरी थी और उसके चंद मिनट बाद ही उनका हेलिकॉप्टर किसी तकनीकी गड़बड़ी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया. उन्हें बीते जुलाई में श्रीनगर में 154 हेलिकॉप्टर यूनिट में तैनात किया गया था. वह 2010 में भारतीय वायुसेना में शामिल हुए थे.
सिद्धार्थ के परिवार में उनकी पत्नी स्क्वाड्रन लीडर आरती सिंह और उनका दो साल का बेटा है.
शहीद सिद्धार्थ वशिष्ठ की पत्नी आरती सिंह भी इंडियन एयरफोर्स में स्क्वाड्रन लीडर हैं. वह भी जम्मू-कश्मीर में ही तैनात हैं. कुछ ही दिनों पहले वह छुट्टी लेकर घर आई थीं. लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बाद उन्हें इंडियन एयरफोर्स से बुलावा आ गया.
स्क्वाड्रन लीडर आरती सिंह जम्मू-कश्मीर जाने की तैयारी ही कर ही रही थीं कि बुधवार सुबह पति की शहादत की खबर आ गई.
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