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कांग्रेस (Congress) ने केंद्रीय जांच एजेंसी पर बड़ा आरोप लगाते हुए दावा किया कि आयकर विभाग ने 'मामूली आधार' पर पार्टी के 4 मुख्य बैंक खाते फ्रीज कर दिए, जिससे सबसे पुरानी पार्टी के पास बिल या वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं. हालांकि, पार्टी ने इस कदम को तुरंत चुनौती दी, और आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण ने अगले सप्ताह अंतिम सुनवाई तक खातों को ऑपरेट करने की अनुमति दे दी है. अंतरिम राहत के लिए कांग्रेस की प्रार्थना पर ट्रिब्यूनल बुधवार (21 फरवरी) को सुनवाई करेगा.
कांग्रेस सांसद औऱ वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा ने कहा, "आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण ने अगली सुनवाई तक कांग्रेस पार्टी के खातों को ऑपरेट करने की अनुमति दी है."
पार्टी कोषाध्यक्ष अजय माकन ने शुक्रवार (16 फरवरी) को कहा कि चुनावी वर्ष 2018-19 के लिए ₹210 करोड़ की आयकर मांग पर खाते फ्रीज कर दिए गए थे. माकन ने कहा कि पार्टी पहले ही आयकर अपीलीय प्राधिकरण में अपील कर चुकी है.
कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कहा, "हमें कल जानकारी मिली कि बैंक हमारे द्वारा जारी किए जा रहे चेक का सम्मान नहीं कर रहे हैं. आगे की जांच करने पर हमें पता चला कि यूथ कांग्रेस के भी बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं."
लोकसभा चुनावों से पहले पार्टी के खातों को कथित तौर पर फ्रीज करने के पीछे की मंशा पर सवाल उठाते हुए, कांग्रेस नेता ने कहा, “देश के इतिहास में पहली बार, प्रमुख विपक्षी दल के खातों को कर अधिकारियों द्वारा मामूली आधार पर आम चुनाव की घोषणा से दो सप्ताह पहले फ्रीज कर दिया गया है."
उन्होंने आगे कहा, ''अभी हमारे पास खर्च करने, बिजली बिल भरने, अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं. सब कुछ प्रभावित होगा, न केवल न्याय यात्रा बल्कि सभी राजनीतिक गतिविधियां प्रभावित होंगी."
कांग्रेस के बैंक खातों को क्यों सील किया गया. इस पर अजय माकन ने कहा कि इसके कारण बहुत ही हास्यास्पद हैं.
1. हमें 31 दिसंबर 2019 तक अपने अकाउंट्स जमा करने थे, लेकिन हमें कुछ देर हो गई. इस वजह से हमारे खातों को सील कर दिया गया.
2. 2018-19 चुनाव का वक्त था, जिसमें कांग्रेस के 199 करोड़ रुपए खर्च हुए थे. इसमें हमारे MLAs और MPs ने सिर्फ 14 लाख 40 हजार रुपए कैश में मा किए थे, जो उनका वेतन था. इस वजह से कांग्रेस पर 210 करोड़ रुपए की पेनाल्टी लगी दी गई
कांग्रेस के अकाउंट सीज करने पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "सत्ता के नशे में चूर, मोदी सरकार ने लोक सभा चुनाव के ठीक पहले देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस - के Accounts Frozen कर दिए है. ये लोकतंत्र पर गहरा आघात है."
उन्होंने आगे कहा, "बीजेपी ने जो असंवैधानिक धन इकट्ठा किया है, उसका इस्तेमाल वे चुनाव में करेंगे, लेकिन हमने क्राउडफंडिंग के जरिए जो पैसा इकट्ठा किया है, उसे सील कर दिया जाएगा. इसीलिए हमने कहा है कि भविष्य में कोई चुनाव नहीं होंगे ! हम न्यायपालिका से अपील करते हैं, कि इस देश में Multi-Party System को बचाएं और भारत के लोकतंत्र को सुरक्षित करें. हम सडकों पर उतरेंगे और इस अन्याय व तानाशाही के खिलाफ पुरजोर तरह से लड़ेंगे."
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, "डरो मत मोदी जी, कांग्रेस धन की ताकत का नहीं, जन की ताकत का नाम है. हम तानाशाही के सामने न कभी झुके हैं, न झुकेंगे. भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए हर कांग्रेस कार्यकर्ता जी जान से लड़ेगा."
वहीं, पूरे मामले को लेकर भारतीय युवा कांग्रेस ने दिल्ली में IYC कार्यालय के बाहर कांग्रेस पार्टी के बैंक खातों को फ्रीज करने और चुनावी बांड को लेकर बीजेपी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी और अन्य नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया.
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