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कानपुर (Kanpur) में इत्र कारोबारी पीयूष जैन (Piyush) समेत 3 व्यवसायियों के ठिकानों पर इनकम टैक्स विभाग (Income Tax) ने छापेमारी की है. इस छापेमारी में भारी मात्रा में नगदी समेत कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी इनकम टैक्स की टीम को हाथ लगे हैं. पीयूष जैन के अलावा शिखर पान मसाला फैक्ट्री और एक ट्रांसपोर्टर के यहां भी रेड हुई है.
बताया जा रहा है कि पीयूष जैन क कानपुर के बाबूपुरवा थाना क्षेत्र स्थित आनंदपुरी कॉलोनी स्थित आवास समेत 6 ठिकानों पर आयकर विभाग की टीमों ने रेड की है.
सूत्रों के अनुसार इस कार्रवाई में इनकम टैक्स की टीम ने 150 करोड़ से अधिक की कैश बरामद किया है. बरामद कैश इतना ज्यादा है कि इसे गिनने के लिए एसबीआई की मदद ली जा रही है.
सूत्रों के अनुसार नोटों को गिनने के लिए 4 मशीनों का सहारा लिया जा रहा है. बरामद रकम इतनी ज्यादा है कि उसकी गिनती अभी भी जारी है.
कारोबारी के यहां से बरामद अकूत धन को रखने कई कंटेनर्स भी मंगाए गए हैं. इन कंटेनर्स में पैसे को जब्त करके इनकम टैक्स विभाग ले जाएगा.
मूलरूप से कन्नौज के छिपत्ती के रहने वाले जैन का वहां घर, कोल्ड स्टोर, पेट्रोल पंप और इत्र की फैक्ट्री भी हैं. इत्र की फैक्ट्री का हेड ऑफिस मुंबई में है. ऐसे में आयकर विभाग की मुंबई टीम ने एक साथ कानपुर, मुंबई और कन्नौज के सभी ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है. पीयूष जैन की 2 कंपनियां मिडिल ईस्ट में भी हैं. अधिकारियों के मुताबिक, पीयूष जैन की करीब 40 कंपनियां हैं. इन कंपनियों के जरिए टैक्स चोरी की गई है.
कर चोरी की आशंका में बुधवार को ट्रांसपोर्ट नगर स्थित एक पान मसाला की फैक्ट्री में महानिदेशक जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीजीआई) ने छापा मारा था. यह कार्रवाई गुजरात और कानपुर की टीम ने एक साथ मिलकर की थी. टीम ने वहां से सारे बिल और जरूरी कागजात जब्त किए थे. कंप्यूटरों को भी सीज किया गया है.
सूत्रों के अनुसार पान मसाला की फैक्ट्री में GST और इनकम टैक्स की छापेमारी के बाद ही IT टीम को पीयूष जैन और सुपारी कारोबारी केके अग्रवाल के द्वारा टैक्स चोरी का सुराग मिला. बाद में गुरुवार को पीयूष जैन और केके अग्रवाल के पास IT टीम ने छापेमारी की. फिलहाल इस छापेमारी में बरामदगी को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
बताया जा रहा है कि तीनों कारोबारियों का आपसी कनेक्शन है. पाना मसाला फैक्ट्री पर रेड के बाद से ही दोनों कारोबारी अलर्ट हो गए थे. हालांकि एक साथ छापेमारी कर कैश को ठिकाने लगाने से पहले ही इनकम टैक्स ने बरामद कर लिया.
(इनपुट्सः विवेक मिश्रा)
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