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आज 26 नवंबर को पूरा देश संविधान दिवस मना रहा है. आज ही के दिन संविधान सभा ने इसे पारित किया था. सरकार ने 19 नवंबर, 2015 को राजपत्र अधिसूचना की सहायता से 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया था.
भारत सरकार ने आज के दिन सभी सरकारी अधिकारियों को संविधान की प्रस्तावना पढ़ने के निर्देश दिए हैं. ताकि सभी को भारतीय संविधान की आत्मा के बारे में जानकारी हो सके.
देश का संविधान न तो टाइप किया गया था और न ही प्रिंट किया गया था. इसे हाथ से अंग्रेजी और हिंदी भाषा में लिखा गया था. इसकी वास्तविक प्रति प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने लिखी थी. इसे इटैलिक स्टाइल में खूबसूरती से लिखा गया था और हर पेज को शांति निकेतन के कलाकारों ने खूबसूरती से सजाया था.
हाथों से लिखे गए संविधान पर 24 जनवरी 1950 को हस्ताक्षर किए गए थे. इस पर 284 सांसदों ने हस्ताक्षर किए थे, जिनमें 15 महिला सांसद थीं. इसके बाद 26 जनवरी से ये संविधान पूरे देश में लागू हो गया. संविधान की आत्मा कहे जाने वाली प्रस्तावना को अमेरिकी संविधान से लिया गया है. दोनों ही देशों में संविधान की शुरुआत "We the people" से होती है.
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