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भारत-चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर रविवार देर रात तक दोनों देशों के बीच बैठक हुई. मोल्डो में कल भारत और चीन के बीच 9वें दौर की बातचीत रात ढाई बजे तक चली.अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, रविवार को भारत ने एक बार फिर चीन से कहा कि वो पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाली जगहों से अपनी सेनाओं को पूरी तरह पीछे हटाए, जिससे तनाव कम हो.
इससे पहले, आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा था कि भारतीय सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा पर लंबे संघर्ष के लिए पूरी तरह तैयार है. हालांकि उन्होंने इस बात की उम्मीद भी जताई थी कि विगत नौ महीने से जारी गतिरोध का एक मैत्रीपूर्ण समाधान निकलेगा, उन्होंने कहा था कि जहां तक हमारे राष्ट्रीय हितों एवं लक्ष्यों की बात है, तो हम अपनी सरजमीं के एक-एक इंच की रक्षा करने को पूरी तरह से तैयार हैं,
30 अगस्त, 2020 को भारत ने पैंगोंग लेक के दक्षिणी किनारे पर स्थित रेचिन ला, मुकपारी और टेबलटॉप जैसी महत्वपूर्ण चोटियों पर कब्जा कर लिया था. चीन की तरफ से उकसाने वाली सैन्य कोशिश को देखते हुए भारत ने ब्लैकटॉप के पास अपने कुछ जवानों को तैनात भी कर दिया है. अब यहां की 13 चोटियों पर आधिपत्य के मद्देनजर यहां भारत की स्थिति काफी मजबूत हो गई है.
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