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भारत और चीन शनिवार को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास कमांडर स्तर की 12 वें दौर की बातचीत करेंगे. इस बातचीत का उद्देश्य है कि पूर्वी लद्दाख में अगले चरण के सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया आगे बढ़े और एक समझौते पर पहुंचा जा सके.
भारतीय सैन्य प्रतिनिधि अपने समकक्षों से इस वार्ता के दौरान मिलेंगे. यह वार्ता सुबह 10:30 बजे शुरू हो सकती है. भारत की तरफ से 900 वर्ग किलोमीटर में फैले हॉट स्प्रिंग गोगरा और डेटसांग मैदान जैसे तनाव वाले क्षेत्र में सैनिकों को पीछे हटाने की बात प्रमुखता से रखी जाएगी.
एक अधिकारी ने बताया कि इस बातचीत के दौरान ज्यादा प्रयास इस पर होगा कि गोगरा और हॉटस्प्रिंग के मुद्दों को हल किया जाए. डेपसांग के मुद्दे को हल करना मुश्किल हो सकता है और इसमें ज्यादा समय भी लग सकता है.
अप्रैल में 11 वे दौर की वार्ता हुई थी. इस दौरान गोगरा हॉट स्प्रिंग और डेपसांग के तनाव वाले मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया था.
चीन पिछले कुछ समय से एलएसी के पास सैन्य ठिकानों को बढ़ा रहा है. लेकिन इन गतिविधियों के चलते अब भारत में भी चीन के प्रति अपना रुख बदल लिया है, अब भारत रक्षात्मक शैली अपनाने के उलट आक्रामकता का जवाब उसी शैली में दे रहा है. भारत किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अपनी सेना को तैयार कर रहा है.
इसके साथ खबर यह भी है कि चीन तेजी से तिब्बती पठार के इलाकों में अपने ढांचों का निर्माण कर रहा है
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