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भारत और चीन के बीच पिछले कई दिनों से लद्दाख क्षेत्र में तनाव चल रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मई की शुरुआत में लद्दाख में चीन और भारतीय सेना के जवानों के बीच झड़प भी हुई थी. कई रिपोर्ट्स में दावा भी किया गया कि चीन ने भारतीय सीमा में 'घुसपैठ' की है. अब इस तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों के लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अधिकारी 6 जून को बैठक करने जा रहे हैं.
इस बैठक से पहले 5 जून को संयुक्त सचिव (ईस्ट एशिया) नवीन श्रीवास्तव और चीन के विदेश मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल वू जिआंगहो ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत हुई.
भारत के विदेश मंत्रालय ने इस बैठक के बारे में जानकारी दी है. मंत्रालय ने बताया कि दोनों देशों ने मौजूदा हालात समेत द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की.
विदेश मंत्रालय ने कहा, "दोनों देशों ने इस बात पर सहमति जताई कि भारत और चीन अपनी-अपनी लीडरशिप की गाइडेंस के मुताबिक दिक्कतों का हल शांतिपूर्ण बातचीत से निकालें और एक दूसरे की संवेदनशीलता, चिंता और अपेक्षाओं को ध्यान में रखें और इन्हें विवाद न बनाएं."
न्यूज एजेंसी ANI ने भारतीय सेना के सूत्रों के हवाले से बताया है कि भारत और चीन के मिलिट्री कमांडरों की बैठक चीन के मोल्डो में होगी. ये जगह लद्दाख सेक्टर के चुशुल के सामने है.
लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह लेह स्थित 14 कॉर्प्स के कमांडर हैं, जिसे 'फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स' के तौर पर भी जाना जाता है. लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने पिछले साल अक्टूबर में कॉर्प्स की जिम्मेदारी संभाली थी. हरिंदर सिंह ने सैन्य बलों में अपने करियर की शुरुआत मराठा लाइट इन्फेंटरी के साथ की थी.
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