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नेपाल की संसद में देश के नए नक्शे से संबंधित संविधान संशोधन बिल पर वोटिंग से पहले भारत ने कहा है कि वह नेपाल के साथ अपने दोस्ताना संबंधों को गहरी अहमियत देता है.
नेपाली संसद में शनिवार को नए नक्शे से संबंधित बिल पर वोटिंग हो सकती है. नए नक्शे में लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा क्षेत्रों को नेपाल का हिस्सा दिखाया गया है. भारत इस पर कड़ी आपत्ति जता चुका है, उसने कहा है कि ये तीनों उसके हिस्से हैं.
इस बीच भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने गुरुवार को कहा, “हमने इन विषयों पर अपनी स्थिति पहले ही साफ कर दी है. भारत नेपाल के साथ अपने सांस्कृतिक और दोस्ताना संबंधों को गहरी अहमियत देता है.”
श्रीवास्तव ने कहा, “हमारी बहुआयामी द्विपक्षीय साझेदारी में हाल के सालों में विस्तार हुआ है और विविधता आई है. इसके साथ ही भारत की सहायता से मानवीय, विकास और संपर्क परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है.”
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल के तहत COVID-19 से निपटने के लिए भारत ने नेपाल समेत मित्र देशों की सहायता की है. नेपाल को लेकर उन्होंने बताया, “भारत ने नेपाल को सभी प्रकार की तकनीकी, चिकित्सकीय और मानवीय सहायता उपलब्ध कराई. हमने नेपाल को 25 टन चिकित्सा सहायता मुहैया कराई जिसमें पैरासिटामोल और हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के साथ जांच उपकरण भी शामिल थे.”
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