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पाकिस्तान में गिरफ्तार किये गये कथित भारतीय खुफिया एजेंसी के जासूस को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच बयानबाजी तेज होती जा रही है. पाकिस्तानी सेना की ओर से जारी किये गये कथित भारतीय जासूस के इकबालिया बयान वाले वीडियो को भारत ने सिरे से खारिज कर दिया है.
हालांकि, भारत ने इस आरोप को सिरे से खारिज करते हुये कहा है कि हो सकता है कि पूर्व नौसेना अधिकारी को ईरान से ‘‘अगवा’’ कर लिया गया हो. भारत ने पाकिस्तान से भारतीय नागरिक को दूतावास तक पहुंच मुहैया कराने की मांग की है.
पाकिस्तानी सेना के इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल असीम बाजवा और संघीय सूचना मंत्री परवेज राशिद ने वीडियो जारी करने के लिए इस्लामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन किया. राशिद ने कहा कि पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारी कुलभूषण यादव ने अशांत बलूचिस्तान प्रांत में ‘‘संकट पैदा करने’’ के लिए भारतीय गुप्तचर एजेंसी ‘रॉ ‘के लिए काम करने की बात ‘‘स्वीकार’’ की है.
कुलभूषण यादव को हाल ही में पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया था. पाकिस्तान का दावा है कि कुलभूषण यादव भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के लिये काम करता है. हालांकि भारत सरकार ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि नौसेना से समय पूर्व सेवानिवृत्ति लेने के बाद से उनका सरकार से कोई संपर्क नहीं है. वहीं पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल असीम बाजवा ने दावा किया है कि यादव अब भी सेवारत अधिकारी हैं जिन्हें 2022 में सेवानिवृत्त होना है.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में मंगलवार रात बयान जारी करते हुये कहा,
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में पाकिस्तान से मांग की है कि वो भारतीय अधिकारियों को गिरफ्तार व्यक्ति से मिलने दें, जिससे सही जानकारी सामने आ सके.
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