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अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मामला उठाने के बाद मालदीव की संसद में भी भारत ने पाकिस्तान के मंसूबे को नाकाम कर दिया. मालदीव की संसद में पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली के डिप्टी स्पीकर ने कश्मीर मुद्दा उठाया. उसी दौरान वहां मौजूद भारत के राज्यसभा उपसभापति हरिवंश नारायण ने इसका करारा जवाब दिया.
हरिवंश ने पाकिस्तान के प्रतिनिधि को रोका और कहा कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है, पाकिस्तान को पहले सीमापार आतंक खत्म करने की जरूरत है. इस मुद्दे पर भारत को मालदीव का भी साथ मिला.
उपसभापति हरिवंश ने कहा, "पाकिस्तान को मानवाधिकार पर नसीहत देने का हक नहीं है. पाक में ही लोगों पर जुल्म हो रहा है और मानवाधिकार की नसीहत दे रहा है."
बता दें, मालदीव में दक्षिण एशियाई देशों की संसदों के अध्यक्षों के चौथे शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है. भारत की ओर से राज्यसभा सभापति हरवंश प्रसाद और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला हिस्सा लेने पहुंचे हैं. पाकिस्तान की ओर से नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी शामिल हुए हैं. शिखर सम्मेलन में भारत के अलावा पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लदेश, भूटान, म्यांमार, मालदीव, नेपाल, और श्रीलंका की संसदों के अध्यक्ष/उपाध्यक्ष हिस्सा ले रहे हैं.
पाकिस्तान कश्मीर को लेकर अलग-थलग पड़ गया है. जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाए जाने के भारत सरकार के फैसले के बाद से ही पाकिस्तान इंटरनेशनल लेवल पर इस मुद्दे को उठाने की कोशिश कर रहा है. लेकिन किसी भी देश ने उसकी नहीं सुनी. यूएन ने भी इस मामले में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया. वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी सीधे तौर पर मध्यस्थता से इनकार कर दिया है. लेकिन पाकिस्तान फिर भी चाहता है कि कोई तीसरा देश इस मुद्दे में मध्यस्थता करे.
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