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शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन यानी SCO की एक बैठक में भारत पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को न्योता देगा. विदेश मंत्रालय के मुताबिक SCO देशों के गवर्नमेंट हेड्स से जुड़ी परिषद की बैठक में इमरान बुलाए जाएंगे. हालांकि आईएएनएस की एक खबर के मुताबिक बैठक में इमरान अपनी जगह किसी अन्य मंत्री को भेज सकते हैं. भारत पहली बार इस परिषद की बैठक आयोजित करने जा रहा है.
गुरुवार को साप्ताहिक न्यूज ब्रीफिंग में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि SCO की परिपाटी और प्रक्रिया के तहत संगठन के सभी आठ सदस्य और 4 ऑब्जर्वर देश और वार्ता के दूसरे अंतरराष्ट्रीय पार्टनर भी इस बैठक में बुलाए जाएंगे. SCO चीन के वर्चस्व वाला संगठन है. इसकी स्थापना 2001 में हुई थी. चीन, रूस, किर्गिज रिपब्लिक, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान के राष्ट्रपति ने इसकी स्थापना की थी. भारत और पाकिस्तान को तीन साल पहले इसकी सदस्यता दी गई थी.
हालांकि पाकिस्तान के शीर्ष सूत्रों ने इमरान खान के स्थान पर उनके एक जूनियर मंत्री को इस बैठक में भेजा जा सकता है. आईएएनएस को एक सूत्र ने कहा, "पाकिस्तान में बालाकोट आतंकी शिविरों पर हवाई हमले के बाद से भारत-पाकिस्तान के रिश्ते में गिरावट को देखते हुए प्रधानमंत्री खान के लिए भारत की अपनी यात्रा को सही ठहराना काफी मुश्किल होगा. वह एससीओ बैठक को छोड़ देंगे. सबसे अधिक संभावना है कि वह अपने विदेश मंत्री को भेजेंगे.
किर्गिस्तान में आयोजित पिछले एससीओ शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद को मदद देने के लिए इमरान खान की मौजूदगी में पाक पर निशाना साधा था. पीएम मोदी ने कहा थाकि आतंकवाद से लड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की जरूरत है. इसी वजह से इमरान को बुलावा भेजने के बावजूद वहां से किसी दूसरे मंत्री के आने की संभावना है ताकि आतंकवाद पर पाकिस्तान की निंदा की स्थिति में पीएम किरकिरी से बच सकें.
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