Home News India आगरा-लखनऊ एक्स्प्रेसवे बन गया ‘रनवे’, फाइटर जेट का दिखा जलवा
आगरा-लखनऊ एक्स्प्रेसवे बन गया ‘रनवे’, फाइटर जेट का दिखा जलवा
इस अभ्यास में इंडियन एयरफोर्स की 17 विमान हिस्सा ले रही हैं.
द क्विंट
भारत
Updated:
i
इंडियन एयरफोर्स की शान जगुआर, मिराज, सुखोई जैसे लड़ाकू विमान भी इस ऑपरेशन में
फाइल फोटो: PTI
✕
advertisement
उत्तर प्रदेश का आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे एक बार फिर इंडियन एयरफोर्स की शान जगुआर, मिराज, सुखोई जैसे लड़ाकू विमान के ऑपरेशनल एक्सरसाइज की गवाह बन रहा है. मंगलवार को 10 बजे ये अभ्यास उन्नाव के पास बांगरमऊ में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर शुरू हुआ. इस अभ्यास में इंडियन एयरफोर्स की 16 विमान हिस्सा ले रहे हैं. इस दौरान ये सभी विमान एक्सप्रेस वे पर लैंडिंग और टेक ऑफ का अभ्यास करेंगे.
क्या है इस अभ्यास में खास?
इस अभ्यास का मकसद
युद्ध जैसी आपातकालीन स्थिति में सड़कों पर ही विमानों को उतारने और उड़ान भरने के लिए पायलटों को तैयार करना भी है. साथ ही अगर कभी बाढ़ या कोई और कुदरती कहर आ जाये, तो यह विमान भारी मात्रा में राहत सामग्री लेकर जा सकते हैं. इसके अलावा किसी आपदा की स्थिति में लोगों के ट्रांसपोर्ट की जरूरत होने पर भी इन विमानों का इस्तेमाल किया जाता है.
रक्षा मंत्रालय (केंद्रीय कमान ) की पब्लिक रिलेशन ऑफिसर गार्गी मलिक सिन्हा ने बताया:
भारतीय वायुसेना आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे उन्नाव जिले के नजदीक यह अभ्यास करेगी. इस अभ्यास में भारतीय वायुसेना के 16 विमान जिसमें लड़ाकू जेट और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट हिस्सा लेंगे. इनमें मिराज 2000, जगुआर, सुखोई 30 और एएन-32 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट शामिल होंगे.
मंगलवार को सबसे पहले ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट C-130 J सुपर हरक्यूलिस यमुना एक्सप्रेवस- वे पर उतरा है. इसमें से गरुड़ कमांडो अपनी गाड़ियों और साजोसामान के साथ उतरे.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
देखिए आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर भारतीय वायुसेना के विमानों का जलवा.
फोटो: APफोटो: APफोटो: APफोटो: APफोटो: APफोटो: AP
क्या है सुपर हरक्यूलिस की खासियत?
यूएस में बने हैं 6 C-130J सुपर हरक्यूलिस ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट.
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस एयरफोर्स की ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट में 4 टर्बोप्रोप इंजन लगे हैं.
यह विमान हवा में ईंधन भरने और लोडर का भी काम करता है.
साल 2008 में इंडियन एयरफोर्स को पहला हरक्यूलिस विमान मिला था.
इसमें इतना पानी भरा जा सकता है कि जंगल में लगी आग को बुझाया जा सके.
इस विमान में तोपें, गोला बारूद, बम, सैनिकों के लिए साजो-सामान ले जाया जा सकता है.
क्या है जगुआर की खासियत?
4750 किलोग्राम वजन के साथ उड़ सकता है.
गहराई तक मार करने वाला विमान है.
जमीन को छू कर तुरंत टेक ऑफ करने में सक्षम
विमान में दो इंजन, 300 mm की गन है मौजूद
मिराज-2000 में क्या है अलग?
स्पीड 2495 किलोमीटर प्रति घंटा है.
वायुसेना में 50 मिराज-2000 विमान हैं.
ये विमान दूर तक मार करने के लिए 530D मिसाइल से लैस है.
यह हवा में ही दूसरे विमान को मार गिराने में सक्षम है.
इसमें 30 MM की तोप लगी है.
अखिलेश यादव ने बनवाया था आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे
करीब एक साल पहले उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सरकार में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे बना था. इसका उदघाटन मुलायम सिंह यादव ने किया था. उस मौके पर भी इंडियन एयरफोर्स के लड़ाकू विमानों ने सड़क छूते हुए उड़ान भरी थी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)