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‘बदलूराम का बदन...’ पर थिरके अमेरिकी, वायरल सॉन्ग के पीछे की कहानी

अमेरिका के मैककॉर्ड में ‘युद्धाभ्यास’ कर रहे अमेरिका और भारतीय सैनिकों का एक दिलचस्प वीडियो सामने आया है.

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‘बदलूराम का बदन...’ पर थिरके अमेरिकी, वायरल सॉन्ग के पीछे की कहानी
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‘बदलूराम का बदन...’ पर थिरके अमेरिकी, वायरल सॉन्ग के पीछे की कहानी
(फोटो: द क्विंट)

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अमेरिका के मैककॉर्ड में 'युद्धाभ्यास' कर रहे अमेरिका और भारतीय सैनिकों का एक दिलचस्प वीडियो सामने आया है. अमेरिकी और भारतीय सैनिक 'बदलूराम का बदन, जमीन के नीचे है' गाने पर थिरकते नजर आ रहे हैं. ये गाना असम रेजिमेंट का मार्च सॉन्ग है. इसकी धुन अमेरिकी गृहयुद्ध के एक गीत पर आधारित है. असम रेजिमेंट के जवान हर साल पासिंग आउट परेड के दौरान रेजिमेंट के मार्च सॉन्ग पर जमकर झूमते- नाचते, गाते और मार्च करते हैं.

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कौन थे बदलूराम?

बदलूराम की मौत दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान हो गई थी. अपनी मौत के बाद भी बदलूराम रेजिमेंट की मदद करते रहे. दरअसल, बदलूराम की मौत के बाद भी क्वार्टर मास्टर उनका नाम लिस्ट से काटना भूल गए और जिंदा जवानों की लिस्ट में उनका नाम शामिल रहा.

उनके नाम का राशन आता रहा. एक समय ऐसा आया कि विश्व युद्ध के दौरान जापान ने जवानों के खाने की सप्लाई काट दी. ऐसे वक्त में बदलूराम के हिस्से के आए राशन से कई जवानों को नई जिंदगी मिली. इसलिए उनकी शहादत के बाद ये गाना बनाकर उनको श्रद्धांजलि दी गई.

यहां सुनिए, पूरा गाना-

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Published: 15 Sep 2019,06:44 PM IST

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