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चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में LAC पर तनाव के बीच भारत ने हाल ही में हिंद महासागर में अमेरिका के साथ जॉइंट ड्रिल किया. भारतीय नेवी के P-8I सर्विलांस एयरक्राफ्ट पूर्वी लद्दाख सेक्टर में उड़ान भर रहे हैं. अब खबर आई है कि नेवी के फाइटर एयरक्राफ्ट MiG-29K को उत्तरी सेक्टर में तैनात किया जाएगा. न्यूज एजेंसी ANI ने सरकार सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है.
नेवी के फाइटर एयरक्राफ्ट्स की वायुसेना बेस पर तैनाती होगी. ये पीएम मोदी के तीनों मिलिट्री ब्रांच के बीच कोऑपरेशन बढ़ाने के निर्देश के तहत किया जाएगा. साथ ही चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत भी कह चुके हैं कि वायुसेना के साथ ही उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर मेरीटाइम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट की तैनाती की जानी चाहिए.
सरकारी सूत्रों ने ANI को बताया कि उत्तरी सेक्टर में वायुसेना के बेस पर MiG-29K फाइटर एयरक्राफ्ट को तैनात करने की योजना है. सूत्रों ने कहा, "एयरक्राफ्ट्स का इस्तेमाल पूर्वी लद्दाख में LAC के पास ऑपरेशनल उड़ानों के लिए हो सकता है."
भारतीय नेवी चीन के साथ जारी तनाव में अहम भूमिका निभा रही है. नेवी के एयरक्राफ्ट LAC पर सर्विलांस के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं. डोकलाम के समय भी इन सर्विलांस एयरक्राफ्ट की काफी मदद ली गई थी.
भारतीय नेवी हिंद महासागर में मलाका स्ट्रेट्स के करीब अमेरिकी नेवी के साथ जॉइंट एक्सरसाइज भी कर रही है. मलाका स्ट्रेट्स से ही चीन की नेवी हिंद महासागर में प्रवेश करती है. सरकारी सूत्रों ने बताया, "वेस्टर्न फ्लीट के वॉरशिप्स और सबमरीन अंडमान और निकोबार के करीब ड्रिल्स कर रहे हैं."
सूत्रों ने कहा कि INS चक्र और INS अरिहंत समेत न्यूक्लियर सबमरीन भी हार्बर से बाहर हैं. एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रमादित्य भी अपने बैटल ग्रुप के साथ समंदर में है. भारतीय नेवी हिंद महासागर में चीन की नेवी की गतिविधि पर नजर रख रही है.
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