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भारत में फोन कनेक्शन की तादाद दिन-ब-दिन तेजी से बढ़ी है. अब आलम ये है कि देश के कई राज्यों में आबादी से ज्यादा कनेक्शन हो गए हैं. आंकड़ों को देखें तो पता चलता है ऐसे 9 राज्य हैं. ये हैं वो राज्य- दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु, पंजाब, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात और जम्मू-कश्मीर.
इंफोग्राफ में देखिए कि कितनी है राज्यों की संख्या और वहां कितने हैं फोन कनेक्शन
एचएमडी ग्लोबल के मुताबिक साल 2016 में दुनिया भर में कुल 40 करोड़ फीचर फोन की बिक्री हुई. हम कनेक्टिविटी की जरुरत और उसके फायदों को कभी कम करके नहीं आंक सकते. हम ऐसे डिवाइस बनाते रहेंगे जो दुनिया भर के लोगों को अपने विस्तार का मौका दे.
1.18 अरब मोबाइल यूजर्स के साथ देश में मोबाइल डेटा ट्रैफिक में साल 2023 तक 11 गुना वृद्धि की उम्मीद है.
एरिक्सन इंडिया के प्रबंध निदेशक नितिन बंसल ने एक बयान में कहा, "हमें उम्मीद है कि साल 2023 तक एलईटी भारत में सबसे प्रभावी तकनीक बन जाएगी और देश में कुल सदस्यता का 60 फीसदी एलटीई होगा, जबकि 2017 में ये महज 12 फीसदी है."
इस रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि साल 2023 तक भारत में कुल 80 करोड़ वीओएलटीई ग्राहक होंगे, जिसकी सालाना चक्रवृद्धि दर (सीएजीआर) साल 2017 से 2023 के बीच 42.3 फीसदी रहेगी.
एरिक्सन रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्लोबल स्केल पर 2023 तक एक अरब 5G ग्राहक होंगे. 5G न्यू रेडियो (एनआर) पर आधारित पहला वाणिज्यिक नेटवर्क 2019 में शुरू हो जाएगा, जबकि 2020 में ये जोर पकड़ेगा. 5G नेटवर्क को शुरू में अपनाने वालों में अमेरिका, दक्षिण कोरिया, जापान और चीन जैसे देश शामिल होंगे.
एरिक्स के मुख्य रणनीतिक अधिकारी निकोलस हेवेल्डोप ने कहा, "इस रिपोर्ट में नेटवर्क क्षमताओं के विकास के साथ डेटा के नए-नए प्रयोग के उभरने की जांच की गई है, जिसमें स्मार्ट वाचेज, आईओटी अलार्म्स और रिपेयरिंग सहित कई नए क्षेत्र शामिल हैं."
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