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कोरोना महामारी के कारण पिछले 2 सालों से लगे बैन के बाद इंटरनेशनल फ्लाइट्स (International Flights) 27 मार्च उड़ान भरने को तैयार हैं. भारतीय सरकार ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब दुनिया भर के देश अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की अनुमति देने के लिए अपने बॉर्डर को फिर से खोल रहे हैं और अधिकांश देशों में कोरोना के मामलों नियंत्रण में दिख रहे हैं.
ऐसे में हम आपको बताते हैं कि इंटरनेशनल फ्लाइट्स से जुड़े रूल क्या हैं? यह आपको कैसे प्रभावित कर सकता है?
कोरोना महामारी के दौरान भी दूसरे देशों के लिए फ्लाइट जा रही थीं, तो इसबार नया क्या है?
हां यह बात सही है कि कोरोना महामारी के दौरान भी दूसरे देशों के लिए फ्लाइट जा रही थीं लेकिन वे सभी एयर बबल एग्रीमेंट के तहत ऑपरेशनल थीं जिस पर दोनों देशों के बीच हस्ताक्षर किए गए थे.
अधिकांश मामलों में महामारी के दौरान सीमित संख्या में उड़ानों को इजाजत दी गई थी, जो सामान्य से बहुत कम थी.
वह कौन से रूट हैं जिनपर नई फ्लाइट्स उड़ने को तैयार हैं?
नई फ्लाइट्स को धीरे-धीरे जोड़ा जायेगा. ये रहीं कुछ एयरलाइन जिन्होंने अपनी सर्विस को फिर से शुरू करने की घोषणा की है:
मलेशिया एयरलाइंस भारत भर के प्रमुख शहरों से 25 वीकली/साप्ताहिक फ्लाइट्स फिर से शुरू करेगी
पोलिश एयरलाइंस भी दिल्ली और मुंबई से उड़ान भरने को तैयार है
डच एयरलाइन KLM भी दिल्ली और मुंबई के लिए रेगुलर फ्लाइट्स फिर से शुरू करने जा रही है.
Lufthansa सप्ताह में तीन बार चेन्नई और फ्रैंकफर्ट के बीच सीधी सर्विस शुरू करने जा रही है, जैसे कोरोना महामारी से पहले था.
अगर मैं इंटरनेशनल फ्लाइट लेता हूं तो क्या मुझे अभी भी खुद को क्वारंटाइन करना होगा?
दरअसल यह उस देश पर निर्भर करता है जहां आप यात्रा कर रहे हैं. यदि आपको वैक्सीन के दोनों डोज लग गए हैं तो अधिकांश देशों में आपको क्वारंटाइन होने की आवश्यकता नहीं होगी.
क्या RT-PCR टेस्ट अभी भी अनिवार्य है?
क्वारंटाइन होने की शर्त की तरह यह भी उस देश पर निर्भर करता है जिस पर आप यात्रा कर रहे हैं. अधिकांश देशों में केवल वैक्सीन सर्टिफिकेट मांग रहे हैं.
क्या मुझे इंटरनेशनल फ्लाइट में मास्क पहनना होगा ?
हां अधिकांश एयरलाइन्स की फ्लाइट में अनिवार्य रूप से मास्क पहनने की पॉलिसी होती है. हालांकि पहले की तरह पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट ( PPE) किट या फेस शील्ड पहनने की जरूरत नहीं है.
साथ ही सरकार ने घोषणा की है कि एयरलाइंस को भी मेडिकल इमरजेंसी के लिए तीन सीटें खाली रखने की आवश्यकता नहीं है.
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