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साल की तीसरी तिमाही में 1.18 अरब मोबाइल यूजर्स के साथ देश में मोबाइल डेटा ट्रैफिक में साल 2023 तक 11 गुना वृद्धि की उम्मीद है. एरिक्सन मोबिलिटी रिपोर्ट के मुताबिक, डेटा ट्रैफिक मौजूदा 1.3 एक्साबाइट से बढ़कर 14 एक्साबाइट तक हो जाएगा.
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में प्रति स्मार्टफोन मासिक डेटा उपयोग का आंकड़ा 2017 में 3.9 GB है, जोकि साल 2023 तक बढ़कर 18 GB हो जाएगा.
एरिक्सन इंडिया के प्रबंध निदेशक नितिन बंसल ने एक बयान में कहा, "हमें उम्मीद है कि साल 2023 तक एलईटी भारत में सबसे प्रभावी तकनीक बन जाएगी और देश में कुल सदस्यता का 60 फीसदी एलटीई होगा, जबकि 2017 में ये महज 12 फीसदी है."
इस रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि साल 2023 तक भारत में कुल 80 करोड़ वीओएलटीई ग्राहक होंगे, जिसकी सालाना चक्रवृद्धि दर (सीएजीआर) साल 2017 से 2023 के बीच 42.3 फीसदी रहेगी.
एरिक्सन रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्लोबल स्केल पर 2023 तक एक अरब 5G ग्राहक होंगे. 5G न्यू रेडियो (एनआर) पर आधारित पहला वाणिज्यिक नेटवर्क 2019 में शुरू हो जाएगा, जबकि 2020 में ये जोर पकड़ेगा. 5G नेटवर्क को शुरू में अपनाने वालों में अमेरिका, दक्षिण कोरिया, जापान और चीन जैसे देश शामिल होंगे.
एरिक्स के मुख्य रणनीतिक अधिकारी निकोलस हेवेल्डोप ने कहा, "इस रिपोर्ट में नेटवर्क क्षमताओं के विकास के साथ डेटा के नए-नए प्रयोग के उभरने की जांच की गई है, जिसमें स्मार्ट वाचेज, आईओटी अलार्म्स और रिपेयरिंग सहित कई नए क्षेत्र शामिल हैं."
फिलहाल इंटरनेट में सबसे ज्यादा अपडेटेड 4G है. इसके अपडेट होने पर 5G लाया जाएगा. 5G से बड़े पैमाने पर स्पीड में अंतर आएगा. इससे डाउनलोडिंग स्पीड करीब 100 गुना ज्यादा हो जाएगी. एचडी फिल्म को ही सेकेंडों में डाउनलोड किया जा सकेगा.
स्मार्टहोम टेक, ड्राइवरलेस कार टेली-मेडीसिन्स जैसे क्षेत्रों में बहुत ज्यादा स्पीड के डाटा की जरूरत होती है. 5G आने के बाद इन सब टेकनिक्स को सहूलियत हो जाएगी.
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