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इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू 14 जनवरी से भारत के दौरे पर होंगे. सूत्रों के मुताबिक, नेतन्याहू की भारत यात्रा 4 दिनों की होगी. प्रधानमंत्री मोदी के इजरायल दौरे 6 महीने भी पूरे नहीं हुए हैं कि नेतन्याहू भारत की यात्रा पर आ रहे हैं. साफ है कि ये दौरा दोनों देशों के रिश्ते के लिहाज से खास होने जा रहा है.
साल 1992 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध बनने के बाद बेंजामिन नेतन्याहू भारत का दौरा करने वाले इजरायल के दूसरे प्रधानमंत्री होंगे. इससे पहले साल 2003 में इजरायल के प्रधानमंत्री एरियल शेरॉन ने नई दिल्ली का दौरा किया था. प्रधानमंत्री मोदी 14 जनवरी को अहमदाबाद में उनका स्वागत करेंगे. इससे पहले मोदी चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे का भी अपने गृह राज्य में स्वागत कर चुके हैं.
नेतन्याहू 15 और 16 जनवरी को अपनी अधिकतर ऑफिशियल मीटिंग नई दिल्ली में करेंगे. सूत्रों ने बताया, उनके कार्यक्रम पर अभी काम चल रहा है लेकिन इसमें भारत के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठकें शामिल होंगी.
इस्राइली नेता 17 जनवरी को मुंबई भी जाएंगे जहां वह 2008 आतंकी हमले के शिकार यहूदी चबद हाउस का दौरा करेंगे. वो 18 जनवरी को वापस इस्राइल रवाना होंगे. यात्रा के दौरान उनके आगरा जाने की भी संभावना है.
कासेट (इजरायल संसद) के शीतकालीन सत्र की शुरुआत के दौरान नेतन्याहू ने कहा था, पिछले कुछ सालों में, मैंने अंटार्कटिका के अलावा सभी महाद्वीपों का दौरा किया है. उन्होंने कहा, जनवरी में, मैं अपने अच्छे मित्र भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने जाऊंगा, जहां की आबादी मानवता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.
मोदी ने दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 25 वर्ष का जश्न मनाने के लिए इस साल जुलाई में इजरायल का दौरा किया था.
नेतन्याहू की यात्रा इसलिए भी खास है क्योंकि 2017 दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों का 25वां साल है. अब दोनों पीएम ने एक दूसरे के देशों का दौर कर जता दिया है कि ये रिश्ता लंबे समय तक और खास बनने जा रहा है.
इजरायल के पास पौधों के लिए ड्रिप इरिगेशन, समंदर के पानी को पीने लायक बनाने की टेक्नॉलजी, वातावरण में मौजूद नमी को पीने के पानी लायक बनाने की टेक्नॉलजी, इजरायल के पास पानी से जुड़ी वो तमाम तकनीक है जो भारत में पानी की दिक्कत का रेडीमेड सॉल्यूशन हो सकती है. साथ ही डिफेंस में इजरायल दुनिया के अग्रणी देशों में एक है. ऐसे में नेतन्याहू के दौरे पर भारत के साथ कुछ करार होने की संभावना बनती नजर आ रही है.
(इनपुट: भाषा)
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