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दिल्ली में जामिया यूनिवर्सिटी (Jamia Milia Islamia University) पहले साल के एक इंजीनियरिंग छात्र को ISIS का "सक्रिय सदस्य" होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. लेकिन एक न्यूज चैनल से बातचीत में आरोपी छात्र के परिवार ने इन आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि वे इन्हें कोर्ट में चुनौती देंगे.
एनआईए (National Investigation Agency-NIA) के आरोप हैं कि मोहसिन अहमद कट्टर हो चुका था और वो आईएसआईएस के लिए फंड इकट्ठा कर रहा था, फिर इस पैसे को क्रिप्टोकरंसी के जरिए सीरिया भेज रहा था.
परिवार का कहना है कि मोहसिन बहुत मदद करने वाला शख्स है, जो कई तरह की समाजसेवा भी करता रहा है. उसने लॉकडाउन के दौरान गरीबों को अनाज बांटने में भी मदद की थी.
मोहसिन की मां के मुताबिक वह 12 जुलाई को ही दिल्ली आया था और उसका जामिया मिलिया इस्लामिया यूनवर्सिटी में दाखिला था. वह दिल्ली के बाटला हाउस इलाके में रहता था.
बता दें, एनआईए के प्रवक्ता के मुताबिक मोहसिन को एक सर्च पार्टी ने गिरफ्तार किया था, यह गिरफ्तारी 25 जून को आईएसआईएस की ऑनलाइन और ऑफलाइन गतिविधियों को लेकर दाखिल किए गए केस में हुई है.
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