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जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने चार और राजनीतिक नेताओं को रिहा कर दिया है. इन्हें आर्टिकल 370 हटने के बाद से ही घरों में नजरबंद रखा गया था.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नाजिर गुरेजी, पीडीपी के अब्दुल हक खान, पीपल्स कॉन्फ्रेंस के अब्बास वानी और कांग्रेस के अब्दुल राशिद रिहा होने वाले नेताओं में शामिल हैं. ये सभी लोग पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर राज्य के विशेष दर्जे के खात्मे के बाद से ही नजरबंद रखे गए थे.
तीन पूर्व विधायकों समेत पांच नेताओं को 160 दिन की हिरासत के बाद 16 जनवरी को रिहा किया गया था. इनकी रिहाई घाटी में हालात सामान्य करने की दिशा में उठाए जाने वाले कदमों का हिस्सा थी.
इन नेताओं की रिहाई के बावजूद कश्मीर के तीन अहम नेता- नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रेसिडेंट फारूक अब्दुल्ला, उनके बेटे उमर अब्दुल्ला और पीडीपी चीफ मेहबूबा मुफ्ती नजरबंद ही हैं. इनकी रिहाई के लिए अभी तक केंद्र ने कोई तारीख नहीं बताई है. सरकार के मुताबिक उन्हें सही वक्त पर छोड़ा जाएगा.
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