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J&K: पुंछ में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर का पाकिस्तानी आतंकी ढेर

जम्मू कश्मीर के पुंछ में एक आतंकी मारा गया, दूसरा भागने में रहा कामयाब

क्विंट हिंदी
भारत
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<div class="paragraphs"><p>जम्मू-कश्मीर में लश्कर का आतंकी मारा गया</p></div>
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जम्मू-कश्मीर में लश्कर का आतंकी मारा गया

फाइल फोटोः PTI

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मंगलवार, 14 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के पुंछ जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का एक पाकिस्तानी आतंकवादी मारा गया.

अबू जरारा के रूप में पहचाने गए इस आतंकवादी ने सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाकर भागने का प्रयास किया, लेकिन उसे मार गिराया गया और इसी के साथ उसका एक साथी भागने में कामयाब रहा.

हथियारबंद आतंकवादियों के होने की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू कर दिया. इसके बाद ये मुठभेड़ शुरू हुई.

ऑपरेशन के दौरान हुई मुठभेड़

आतंकवादियों द्वारा सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाए जाने के बाद इसऑपरेशन ने एक मुठभेड़ का रूप ले लिया, जिसमें एक आतंकवादी को मार गिराया गया.

जम्मू स्थित पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने इस बात की पुष्टि की है कि भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस द्वारा बेहरामगला में एक सफल संयुक्त अभियान के दौरान आतंकवादी को मार दिया गया है.

उन्होंने कहा कि, अबू जरारा पाकिस्तान का रहने वाला था और पिछले हाल के दिनों में राजौरी-पुंछ जिलों में मारा जाने वाला यह आठवां आतंकवादी है.

हमले को अंजाम देने के संभावित उद्देश्य से राजौरी-पुंछ इलाके में काम करने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित और ब्रेनवॉश किए गए आतंकवादी, इस साल अगस्त में पहली बार देखे गए थे. वो शायद पीर पंजाल क्षेत्र के दक्षिण में आतंकवादी गतिविधियों के उद्देश्य से पाकिस्तान से भेजा गया था.
देवेंद्र आनंद, डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल
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उन्होंने आगे कहा कि मारे गए आतंकवादी और उसके साथी पिछले कुछ महीनों से घने जंगलों में छिपे हुए हैं, लेकिन भोजन, कपड़े और की जरूरत की वजह से उन्हें नागरिकों से संपर्क करने के लिए मजबूर होना पड़ा.

लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद ने ये भी कहा कि स्थानीय लोगों ने संदिग्धों की आवाजाही के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी, जिससे सुरक्षा बलों को उन्हें घेरने में मदद मिली और सर्दियों के बावजूद उन्हें पीर पंजाल के ऊंचे इलाकों की ओर बढ़ने के लिए मजबूर होना पड़ा.

सूत्रों ने कहा कि आतंकवादी गर्मियों में ऊंचे स्थानों पर रहने के दौरान खानाबदोश गुर्जरों और बकरवालों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ढोक (अस्थायी आश्रयों) में छिपे हुए थे.

बता दें कि आतंकवादी के पास से एक एके-47 राइफल, चार मैगजीन और पाउच बरामद किए गए हैं.

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