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कश्मीर घाटी में 1989 से शुरू हुई मिलिटेंसी के बाद से पहली बार पुलवामा के त्राल इलाके में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों की मौजूदगी नहीं है. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 27 जून को इस बात का दावा किया. पुलिस का ये दावा त्राल के चेवा उलार इलाके में एक मुठभेड़ में तीन आतंकियों के मारे जाने के बाद आया है.
कश्मीर जोन पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इंस्पेक्टर जनरल (IGP) के हवाले से कहा गया, "आज के सफल ऑपरेशन के बाद त्राल इलाके में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकियों की मौजूदगी नहीं रही. ऐसा 1989 के बाद पहली बार हुआ है."
25 जून की रात सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर के त्राल के चेवा उलार इलाके में कॉर्डन और सर्च ऑपरेशन चलाया था. इस दौरान आतंकियों ने गोली चलनी शुरू कर दी थी, जिसके बाद एनकाउंटर शुरू हो गया था.
पुलिस का ये दावा ऐसे समय में आया है जब पिछले कुछ हफ्तों में पुलवामा जिले में कई एनकाउंटर में लश्कर और हिज्बुल के कई आतंकी मारे गए हैं.
हाल ही में सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद इस्माइल अल्वी की पहचान उस शख्स के रूप में की थी, जिसने 28 मई को पुलवामा में विस्फोटक से भरे ट्रक को तैयार किया था. बम डिस्पोजल स्क्वाड ने बाद में इस ट्रक को निष्क्रिय किया था, जिससे घाटी में एक बड़ा हमला होने से बचा था.
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