Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019जितना काम हमनें किया उतना चुनी हुई सरकार भी नहीं करती:सत्यपाल मलिक

जितना काम हमनें किया उतना चुनी हुई सरकार भी नहीं करती:सत्यपाल मलिक

कश्मीर में एक महीने बाद भी नहीं हटीं पूरी पाबंदियां

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक
i
जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक
(फोटो - PTI)

advertisement

जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 खत्म किए जाने के बाद लगाई गई पाबंदियों में कुछ हद तक ढील दी जा रही थी, लेकिन मुहर्रम से ठीक पहले घाटी के कई इलाकों में फिर से तारबंदी कर दी गई. इस मौके पर यहां सड़कों पर फिर से सैकड़ों जवानों की तैनाती हो चुकी है. हालांकि श्रीनगर के कुछ इलाकों को छोड़कर अधिकतर जगहों से पाबंदियां हटाने का दावा किया जा रहा है.

वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को एक बार फिर उठाने के लिए तैयार है. जेनेवा में यूनाइटेड नेशंस ह्यूमन राइट्स काउंसिल के रेगुलर सेशन के पहले ही दिन जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया गया. इस पर अब भारत भी जवाब देने के लिए तैयार है.

राज्यपाल सत्यपाल मलिक बोले, जितना काम मैंने किया उतना चुनी हुई सरकार भी नहीं करती

जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कठुआ में एक कार्यक्रम में अपने एक साल के कार्यकाल की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, “देश की निगाह में, राज्यपाल एक ऐसा व्यक्ति है जो गोल्फ खेलता है और जनता के लिए कुछ नहीं करता है, वह सिर्फ अपने शासन के दौरान आराम करता है. लेकिन जितना काम हमने पिछले एक साल में किया है, मुझे नहीं लगता कि उतना काम एक निर्वाचित सरकार भी करती है.”

पीडीपी के जिलाध्यक्ष की बंदूक छीनी

कश्मीर के किश्तवाड़ इलाके में पीडीपी के जिलाध्यक्ष शेख नासिर के एक प्रोटेक्टिन सर्विस अफसर (पीएसओ) से अज्ञात शख्स ने बंदूक छीन ली. अंगरेज सिंह राणा, डिप्टी कमिश्नर, किश्तवाड़ ने बताया कि पुलिस बंदूक की तलाश कर रही है, चेक-पॉइंट पर भी तलाशी की जा रही है.

सुरक्षा का जायजा लेने जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ का कश्मीर दौरा

जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, उत्तरी कमान, लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने आज आज कश्मीर घाटी का दौरा किया. उन्होंने कश्मीर घाटी में मौजूदा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा किया.

कश्मीर में दवाओं की कमी नहीं, 92% क्षेत्र में पाबंदी नहीं: MEA

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में दवाओं की कमी नहीं और 92% क्षेत्र में कोई पाबंदी नहीं है. प्रवक्ता ने कहा, "बैंकिंग सुविधाएं सामान्य हैं और 95% हेल्थकेयर कर्मी ड्यूटी पर हैं."

कश्मीर: अस्पतालों में इंटरनेट बहाल करने को लेकर SC में PIL दाखिल

जम्मू-कश्मीर के अस्पतालों में इंटरनेट और लैंडलाइन सेवा बहाल करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल की गई है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

कश्मीर: बैंक खुले, जिला मुख्यालयों में 10 इंटरनेट बूथ बनाए गए

जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने जानकारी दी है कि राज्य में सभी बैंक और ATM खुल गए हैं और सभी जिला मुख्यालयों में 10 इंटरनेट बूथ बनाए गए हैं. इन बूथों से स्कॉलरशिप फॉर्म और जॉब एप्लीकेशन जैसे काम किए जा सकेंगे.

आतंकी संगठन लोगों को रोजमर्रा के काम करने से रोक रहे: जम्मू-कश्मीर DGP

जम्मू-कश्मीर के DGP दिलबाग सिंह ने कहा है कि जैश, लश्कर जैसे आतंकी संगठन लोगों को रोजमर्रा के काम करने से रोक रहे हैं. सिंह ने कहा, "हमने लोगों को विश्वास दिलाया है कि आप जब चाहें दुकान खोल सकते हैं. सोपोर में जैश से संबंधित एक समूह पकड़ा गया है जो जगह-जगह धमकी भरे पोस्टर्स चिपका रहा था."

कश्मीर पर चीन-पाक के साझा बयान को भारतीय विदेश मंत्रालय ने नकारा

चीन के विदेश मंत्री के पाकिस्तान दौरे के ठीक बाद दोनों देशों की तरफ से कश्मीर पर दिए गए साझा बयान पर अब भारतीय विदेश मंत्रालय ने रिएक्शन दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, चीन के विदेश मंत्री की हालिया यात्रा के बाद जारी साझा बयान को हम नकारते हैं. जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. दूसरी तरफ भारत लगातार चीन और पाकिस्तान के प्रोजेक्ट 'चाइना पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर' का विरोध करता आया है. यह प्रोजेक्ट भारत के उस हिस्से पर चलाया जा रहा है, जिसे पाकिस्तान ने जबरदस्ती कब्जे में ले लिया था.

8 आतंकियों को किया गया गिरफ्तार

जम्मू-कश्मीर के सोपोर में पुलिस ने 8 आतंकियों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि ये सभी आतंकी पोस्टर लगाकर स्थानीय लोगों को डराने धमकाने का काम कर रहे थे. पुलिस फिलहाल इन सभी से पूछताछ कर रही है.

जुलूस निकालने की इजाजत नहीं

कश्मीर में मुहर्रम के मौके पर कड़ी सुरक्षा है. हिंसा की आशंका को देखते हुए कई इलाकों को सील कर दिया गया है. वहीं इस साल श्रीनगर की सड़कों पर मुहर्रम का जुलूस निकालने की इजाजत नहीं है. कुछ इलाकों में कड़ी सुरक्षा के बीच ताजिया निकालने की इजाजत दी गई है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 10 Sep 2019,11:13 AM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT