Home News India जनता कर्फ्यू से ताली-थाली बजाने तक, मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें
जनता कर्फ्यू से ताली-थाली बजाने तक, मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें
राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम मोदी की 10 बड़ी बातें
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जनता कर्फ्यू से ताली-थाली बजाने तक, मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें
(फोटो: PTI)
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राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक सभी देशवासियों को जनता-कर्फ्यू का पालन करने का आग्रह किया है. साथ ही पीएम मोदी ने कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की मदद करने वाले लोगों का धन्यवाद करने का भी आग्रह किया.
मोदी ने कहा, "डॉक्टर और सफाई कर्मी दिन रात काम में जुटे हुए हैं. ये खुद संक्रमित होने का खतरा मोल लेते हुए दूसरों की सेवा कर रहे हैं. मैं चाहता हूं कि 22 मार्च को ऐसे सभी लोगों को शाम को 5 बजे अपने घर के दरवाजे या खिड़कियों से धन्यवाद करें-ताली बजा कर, थाली बजाकर, घंटी बजाकर.."
राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम मोदी की 10 बड़ी बातें
अभी तक कोरोनावायरस का कोई इलाज नहीं मिला है, इसलिए सबकी चिंता बढ़ गई है. जिन देशों में ज्यादा असर है, वहां शुरुआती कुछ दिनों के बाद अचानक बीमारी का विस्फोट हुआ.
बड़े-बड़े और विकसित देशों में महामारी का बड़ा असर है. भारत पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा, ये मानना गलत है. इसलिए इसका मुकाबला करने के लिए दो चीजें करनी होंगी- संकल्प और संयम.
संकल्प लें कि संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरों को भी संक्रमित होने से बचाएंगे. ऐसी महामारी में एक ही मंत्र काम करता है- हम स्वस्थ तो जगत स्वस्थ. संयम- भीड़ से बचिए, घर से बाहर निकलने से बचिए. सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करें.
अगर आपको लगता है कि आप ठीक है, आपको कुछ नहीं होगा, ऐसे ही बाजार-सड़कों पर जाते रहेंगे और कोरोना से बचे रहेंगे तो ये सोचना सही नहीं है.
देशवासियों से आग्रह है कि आने वाले कुछ सप्ताह तक जब बहुत जरूरी हो तो तभी अपने घर से बाहर निकलें. जितना संभव हो, अपना काम घर से ही करें.
एक और आग्रह- 60-65 से ऊपर की उम्र वाले बुजुर्ग आने वाले कुछ सप्ताह तक घर से बाहर न निकलें. पहले जब युद्ध की स्थिति होती थी तो गांव-गांव ब्लैकआउट किया जाता था. लोग रात भर पहरेदारी करते थे.
संकट के समय में याद रखें कि हमारे अस्पतालों पर दबाव बढ़ना नहीं चाहिए. रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल न जाएं. जरूरी सर्जरी न हो तो इसे टाल दें, एक महीने बाद करा लें.
इकनॉमी पर भी कोरोनावायरस का असर पड़ रहा है. सरकार ने कोविड -19 इकनॉमिक टास्क फोर्स का गठन का फैसला किया है. ये टास्क फोर्स हालात का जायजा लेकर फैसले लेगी.
देश के कारोबारी और उच्च आय वर्ग से अपील है कि आप जिन लोगों से सेवाएं लेते हैं, उनके आर्थिक हितों का ध्यान रखें. हो सकता है कि ये लोग घर-दफ्तर न आ पाएं, तो उनका वेतन न काटें.
देश में दूध, राशन, दवा की कमी नहीं होगी, सरकार तमाम कदम उठा रही है. ये सप्लाई कभी रोकी नहीं जाएगी, इसलिए जमाखोरी न करें.