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क्या हो रहा है हरियाणा में?
हरियाणा में आरक्षण की मांग को लेकर जाटों का आंदोलन हिंसक होने के बाद राज्य के नौ जिलों में सेना बुला ली गयी है. इसके साथ ही रोहतक और भिवानी में कर्फ्यू लगाने के साथ ही हिंसा भड़काने वालों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए गए हैं.
हिंसक भीड़ द्वारा राज्य के विभिन्न हिस्सों में की गयी आगजनी के दौरान उग्र भीड़ पर काबू करने के लिए सुरक्षाबलों द्वारा चलाई गई गोली से एक व्यक्ति की मौत हो गयी और 25 अन्य घायल हो गए. केंद्र ने भी एक हजार अर्द्धसैनिक बलों को राज्य के लिए रवाना कर दिया है.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता अनिल जैन ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस महानिरीक्षक के आवास पर हमला किया. पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए गोलियां चलाईं.
जानकारी के मुताबिक, जिला अदालत के वकील अदालत परिसर के बाहर ओबीसी श्रेणी में जाट समुदाय को शामिल नहीं किए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. उसी समय शहर के कारोबारी जुलूस की शक्ल में उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने के लिए जा रहे थे. इसी दौरान दोनों पक्षों में कहासुनी हो गयी और तनाव बढ़ गया. जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने रोहतक में पुलिस और निजी वाहनों को आग के हवाले कर दिया.
प्रदर्शनकारियों के उग्र होने के बाद, पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों को हालात पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए. इस दौरान अज्ञात लोगों ने कुछ मोटरसाइकिलों को आग लगा दी और पथराव किया. फिलहाल, रोहतक शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है.
पुलिस ने बताया कि घायलों को रोहतक के पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में भर्ती कराया गया है. प्रदर्शनकारी जाट समुदाय को नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण देने की मांग कर रहे हैं.
सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में ओबीसी वर्ग के तहत आरक्षण की मांग को लेकर चल रहे जाट समुदाय के प्रदर्शन को देखते हुए रोहतक जिले में प्रशासन ने इंटरनेट और मोबाइल एसएमएस सेवाओं को अनिश्चितकाल तक निलंबित कर दिया है.
इस बीच, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज जाटों की मांग पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई है. अवरोध को खत्म करने के लिए समुदाय के नेताओं और सरकार के बीच हुई बातचीत विफल हो जाने के बाद जाट आंदोलन राज्य के अन्य हिस्सों में भी फैल गया है, जिससे सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
विरोध प्रदर्शनों के चलते सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ है. सबसे ज्यादा असर रोहतक-झज्जर क्षेत्र पर हुआ है, जो इन प्रदर्शनों का केंद्र है. इसके अलावा भिवानी, सोनीपत और हिसार भी प्रदर्शनों के चलते प्रभावित हुए हैं. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की ओर से आर्थिक रुप से पिछडे़ वर्गों के लिए कोटा बढ़ाने के प्रस्ताव को प्रदर्शनकारियों ने खारिज कर दिया था.
प्रदर्शनकारियों ने पानीपत में कई स्थानों पर सड़क जाम की. इससे उत्तर प्रदेश की ओर आने वाले वाहनों की आवाजाही पर भी असर पड़ा. प्रदर्शनकारियों द्वारा सड़कें जाम किए जाने के चलते, हरियाणा रोडवेज ने कई प्रभावित रुटों पर अपनी बस सेवा को निलंबित कर दिया है.
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