Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019पुष्पेंद्र एनकाउंटर केसः SP का योगी सरकार पर हमला,कटघरे में पुलिस

पुष्पेंद्र एनकाउंटर केसः SP का योगी सरकार पर हमला,कटघरे में पुलिस

समाजवादी पार्टी ने की न्यायिक जांच की मांग

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
 पुष्पेंद्र एनकाउंटर केस को लेकर सरकार पर हमलावर हुई समाजवादी पार्टी
i
पुष्पेंद्र एनकाउंटर केस को लेकर सरकार पर हमलावर हुई समाजवादी पार्टी
(फोटोः Altered By Quint Hindi)

advertisement

उत्तर प्रदेश के झांसी में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए पुष्पेंद्र यादव को लेकर सियासत शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी ने पुष्पेंद्र एनकाउंटर केस को लेकर प्रदेश की योगी सरकार पर जोरदार हमला बोला है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने आरोप लगाया है कि सरकार की 'ठोको नीति' के चलते पुलिस बेकाबू हो गई है. उन्होंने कहा कि अपराध रोकने में नाकाम पुलिस निर्दोष लोगों को निशाना बनाकर आतंक फैलाने में लगी है. एनकाउंटर के नाम पर निर्दोष युवाओं को गोलियों का शिकार बनाया जा रहा है.

समाजवादी पार्टी पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर केस को फर्जी बताते हुए बड़े आंदोलन की तैयारी कर रही है. उधर, पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव झांसी जिले में स्थित पुष्पेंद्र के गांव कारगुआ खुर्द उनके परिजनों से मिलने पहुंचे हैं.

समाजवादी पार्टी ने की न्यायिक जांच की मांग

समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुष्पेंद्र एनकाउंटर केस की जांच हाई कोर्ट के जज से कराए जाने की मांग की है. अखिलेश ने कहा कि बीजेपी सरकार में सत्ता का दंभ अब सिर चढ़कर बोल रहा है. वह जनता की आवाज को बूटों तले रौंदते हुए मनमानी पर उतर आयी है.

विजयादशमी की सुबह से पहले रात के अंधेरे में झांसी में सत्ता की ताकत झोंककर पुष्पेंद्र यादव का अंतिम संस्कार कर सरकार ने न्याय की चिता जलाई है. पुलिस का यह रवैया झांसी के मामले में ही नहीं, बदायूं में हिरासत में दम तोड़ने वाले बृजपाल के साथ भी नजर आया था, जब पुलिस ने जबरन उसका अंतिम संस्कार करा दिया.
अखिलेश यादव, अध्यक्ष, समाजवादी पार्टी

बता दें, परिवारीजन और स्थानीय जनता मांग कर रही थी कि फर्जी मुठभेड़ करने वाले दारोगा के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए, तभी शव लिया जाएगा. लेकिन सोमवार देर रात पुलिस ने आनन-फानन में पुष्पेंद्र यादव के शव का अंतिम संस्कार कर दिया.

समाजवादी पार्टी ने कहा कि पुष्पेंद्र यादव का जबरन अंतिम संस्कार कर बीजेपी सरकार ने साबित कर दिया है कि हत्या के आरोपियों को बचाने के लिए वह किसी भी हद तक जा सकती है.

SP के हमले के बाद झांसी पुलिस ने डिलीट किया ट्वीट

पुष्पेंद्र एनकाउंटर केस के मीडिया में तूल पकड़ने के बाद बुधवार को झांसी पुलिस ने एक ट्वीट किया. इस ट्वीट में झांसी पुलिस ने लिखा, ‘कृपया ध्यान दें- पुष्पेन्द्र प्रकरण में भ्रामक खबर/अफवाह न फैलाएं. अन्यथा अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की जाएगी. जिलाधिकारी झांसी के आदेशानुसार मजिस्ट्रीरियल जांच के आदेश दिए गए हैं. अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) जनपद झांसी द्वारा मजिस्ट्रीरियल जांच की जा रही है.’

झांसी पुलिस के इस ट्वीट को लेकर समाजवादी पार्टी ने राज्य सरकार पर हमला बोला. इसके अलावा सोशल मीडिया पर कई लोगों ने झांसी पुलिस के इस ट्वीट को पुष्पेंद्र एनकाउंटर केस की सच्चाई सामने लाने की कोशिश कर रहे लोगों की आवाज दबाने की कोशिश बताया. समाजवादी पार्टी ने झांसी पुलिस के ट्वीट पर लिखा-

पुष्पेंद्र यादव की निर्मम हत्या के आरोपों में घिरी ‘हत्या प्रदेश’ की पुलिस अब ट्वीटर पर भी दमनकारी रूप दिखा रही है! मृतक और उसके शोकाकुल परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए उठ रहीं आवाजों को कहां तक दबाएगी सरकार? शर्मनाक!

समाजवादी पार्टी के इस ट्वीट के बाद झांसी पुलिस ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

पुष्पेंद्र एनकाउंटर केस में पुलिस का दावा

उत्तर प्रदेश के झांसी में पुलिस ने एक कथित मुठभेड़ में पुष्पेंद्र यादव को मार गिराया. झांसी के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राहुल मिठास ने बताया, 'शनिवार रात झांसी-कानपुर राजमार्ग में बम्हरौली गांव के पास गोली मारकर इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह चौहान को घायल करने और उनकी निजी कार लूट कर फरार होने वाला बालू माफिया गुरसराय के जंगल में रविवार तड़के पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है.'

उन्होंने बताया, 'सूचना मिली थी कि इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह चौहान का हमलावर गुरसराय के जंगल में छिपा है. जैसे ही पुलिस ने उसकी घेराबंदी की, उसने पुलिस पर गोली चला दी. पुलिस की ओर से आत्मरक्षा में चलाई गई गोली से उसकी मौत हो गई.'

पुष्पेंद्र यादव के परिवार का दावा

पुष्पेंद्र यादव झांसी के करगुआं गांव का रहने वाला था. उसे पिता CISF में थे. पिता की मौत के बाद पुष्पेंद्र के बड़े भाई को उनकी जगह नौकरी मिल गई थी. पुष्पेंद्र का एक और भाई दिल्ली मेट्रो में काम करता है.

घरवालों के मुताबिक, पुष्पेंद्र के पास दो ट्रक थे, जिनसे वो बालू और गिट्टी की ढुलाई कराता था. परिवार वालों का आरोप है कि पुष्पेंद्र ने रिश्वत देने से इनकार कर दिया था, इसलिए पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया.

घरवालों के मुताबिक, पुष्पेंद्र का जो भाई दिल्ली मेट्रो में नौकरी करता है, पुलिस ने उसके खिलाफ भी हत्या की कोशिश का केस दर्ज किया है. जबकि पुष्पेंद्र के भाई को इस बात का पता तब चला, जब वो अपने भाई की मौत की खबर सुनकर झांसी आया था.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 09 Oct 2019,04:39 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT