advertisement
हेमंत शोरेन झारखंड के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं. झारखंड के मोरहाबादी मैदान में उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. हेमंत सोरेन के साथ कांग्रेस के आलमवीर आलम, रामेश्वर उरांव और आरजेडी के सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली. इस मौके पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से लेकर, शरद यादव, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव भी मौजूद थे.
कांग्रेस के आलमवीर आलम ने भी मंत्री पद की शपथ ली. आलमवीर झारखंड में कांग्रेस के बड़े नेताओं में से एक हैं.
झारखंड काग्रेस के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने मंत्री पद की शपथ ली. रामेश्वर झारखंड की लोहरदगा सीट से जीत कर आए हैं. वो मनमोहन सरकार में राज्यमंत्री भी रह चुके हैं.
आरजेडी के सत्यानंद भोक्ता ने भी मंत्री पद की शपथ ली. सत्यानंद झारखंड से आरजेडी के इकलौते विधायक हैं. वो 2014 तक बीजेपी में थे.
ये भी पढ़ें- राहुल-ममता-स्टालिन,हेमंत सोरेन की शपथ में बड़े विपक्षी नेता मौजूद
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपने 46 साल के इतिहास में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया है, बीजेपी के मुख्यमंत्री रघुवर दास अपने गढ़ जमशेदपुर पूर्व में हार गये हैं. दूसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने 44 वर्षीय हेमंत सोरेन के लिए यह बड़ा मौका है. कुछ महीने ही हुए हैं जब जेएमएम-कांग्रेस-जेवीएम(पी)-आरजेडी महागठबंधन को लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने करारी शिकस्त दी थी. बहुत कम लोगों को उम्मीद थी कि जेएमएम विधानसभा चुनावों में बाजी पलट सकता हैं.
लेकिन बाजी पलट गयी, धीमे से, मगर ये सोरेन के केंद्रित अभियान के कारण हुआ और जेएमएम ने हाई प्रोफाइल प्रशांत किशोर जैसी हस्ती के बगैर या बिना किसी पीआर फर्म को किराए पर रखे ही यह कर दिखाया. तो कैसे इन्होंने यह सब किया?
ये भी पढ़ें- JMM ने कैसे जीता झारखंड? हेमंत सोरेन के अभियान की इनसाइड स्टोरी
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)