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जम्मू-कश्मीर सरकार ने आतंकी खतरे की आशंका को देखते हुए अमरनाथ यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है. सरकार ने यात्रियों से गुजारिश की है कि यात्री जल्द से जल्द अपने घर वापस चले जाए. इसके बाद यात्रा को 4 अगस्त तक सस्पेंड कर दिया गया.
दरअसल, अमरनाथ यात्रा के रूट पर सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों को एक एम-24 अमेरिकी स्नाइपर राइफल बरामद हुई है, जिसके बाद ये फैसला लिया गया है.
इससे पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ और सेना ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि सुरक्षाबलों ने अमरनाथ यात्रा पर बड़े हमले की साजिश को नाकाम किया है. आतंकवादियों ने अमरनाथ यात्रियों पर स्नाइपर से हमले की कोशिश की, लेकिन सुरक्षाबलों ने इसे नाकाम कर दिया.
लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने कश्मीर में सभी माताओं से अपने बच्चों को पत्थरबाजी की घटनाओं में शामिल होने से रोकने की अपील की. उन्होंने कहा, अगर आज कोई बच्चा 500 रुपये लेकर सुरक्षाबलों पर पत्थर फेंक रहा है, तो यही बच्चा कल का आतंकी है. कश्मीर में पकड़े गए आतंकियों में 83 फीसदी युवा पहले पत्थरबाजी में लिप्त रहे हैं.
आईजी कश्मीर एसपी पानी ने बताया कि हाल ही में पुलवामा और शोपियां में 10 जगहों पर आईईडी ब्लास्ट करने की कोशिश की. लेकिन सुरक्षाबलों से पूरी तरह से नाकाम कर दिया. उन्होंने कहा, कश्मीर के लोगों को आईईडी धमाकों से सावधान रहने की जरूरत है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीआरपीएफ के एडीजी जुल्फिकार हसन ने बताया कि आतंकवादियों की ओर से अमरनाथ यात्रा को बाधित करने की कोशिश की जा रही थी. लेकिन सुरक्षाबलों की कड़ी मेहनत, तकनीक का उपयोग और लोगों के सहयोग से इसे सफल बनाया. कई खतरों के बावजूद अमरनाथ यात्रा शांतिपूर्ण कराई जा रही है.
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