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पिछले 6 दिनों से लापता जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के स्टूडेंट नजीब अहमद के गायब होने को लेकर कुछ स्टूडेंट्स बुधवार को वीसी, प्रॉक्टर और अन्य आॅफिशियल को बंधक बनाए रखा और यूनिवर्सिटी के एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक का घेराव किया.
लेकिन 24 घंटे बाद अब यह घेराव खत्म हो चुका है. वीसी और बाकी अधिकारी बाहर आ चुके हैं.
जेएनयू स्टू़डेंट्स का कहना है कि लापता छात्र नजीब को ढूंढने के लिए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन कुछ नहीं कर रहा है.
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के सदस्य रामा नागा ने अधिकारियों के घेराव के आरोपों से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि 'छात्र प्रशासनिक ब्लॉक के बाहर इकट्ठे हुए हैं, ताकि वे हमसे बात कर सकें.'
घेराव करने वाले स्टूडेंट्स की मांग थी कि जब तक नजीब अहमद को पीटने वाले छात्रों पर वीसी की ओर से कार्रवाई नहीं होती है, वह अधिकारियों को बाहर नहीं आने देंगे. इसके अलावा वह नजीब को जल्द से जल्द खोजने की भी मांग कर रहे हैं.
नजीब अहमद स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी का स्टूडेंट है. वह 14 अक्टूबर की रात से जेएनयू के हाॅस्टल माही-मांडवी से लापता है. नजीब के लापता होने से एक रात पहले कैंपस में उसका झगड़ा हुआ था.
बताया जा रहा है कि हॉस्टल मेस कमेटी के चुनाव के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) के सदस्य हॉस्टल में जाकर चुनाव प्रचार कर रहे थे, तभी नजीब और एबीवीपी के लोगों के बीच-कहा सुनी हो हुई थी. झगड़े के दूसरे दिन से नजीब लापता है.
इस मामले पर कैंपस राजनीति भी गरमाई हुई है. जेएनयू के पूर्व जनरल सेक्रेटरी एबीवीपी के सौरभ शर्मा को जान से मारने की धमकी भरे लेटर्स मिल रहे हैं.
दिल्ली पुलिस ने नजीब अहमद के बारे में सूचना देने वाले को 50,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की.
वसंत कुंज नॉर्थ थाने में पुलिस में उसके अपहरण की शिकायत दर्ज कराई गई है. इस मामले की यूनिवर्सिटी ने भी जांच शुरू कर दी है.
जेएनयू के छात्रों ने अहमद के बारे में पता लगाने के लिए जेएनयू के आसपास के इलाकों और यूनिवर्सिटी के लिए जाने वाली प्रमुख सड़कों पर 'लापता' पोस्टर भी लगाए हैं.
विरोध प्रदर्शन के बीच केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को दिल्ली के पुलिस से रिपोर्ट तलब की. गृह मंत्रालय के अनुसार, राजनाथ ने दिल्ली पुलिस के आयुक्त आलोक कुमार वर्मा से मामले की विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह को नजीब के गायब होने और उसके बाद के घटनाक्रमों के बारे में जानकारी दी है.
रिजिजू ने कुलपति एम. जगदीश कुमार और दूसरे अधिकारियों को इमारत में रोके रखने लिए छात्रों की आलोचना की.
नजीब अहमद की मां फातिमा ने प्रशासन से अपने बच्चे की तलाश में मदद करने की गुहार लगाई है.
"मैं बहुत छोटी सी जगह से हूं. मैं अपने बच्चे को सुरक्षित देखना चाहती हूं. मुझे नहीं पता कि उसने कुछ खाया भी है या भूखा है."
फातिमा ने कहा, "मेरी हर किसी से अपील है कि मुझे अपने बच्चे को खोजने में मदद करें."
उनका कहना है कि उन्हें 14 अक्टूबर की रात नजीब का एक घबराहट भरा कॉल मिला था, जिसके बाद वह उत्तर प्रदेश के बदायूं से यहां पहुंचीं.
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