advertisement
JNU छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष बुधवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया पहुंचीं. यहां आइशी ने कहा कि ये कश्मीर के हक की लड़ाई है, इससे पीछे नहीं हटा जा सकता है. बता दें, आइशी का इशारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की ओर था.
आइशी ने कहा, "हम इस लड़ाई में कश्मीर की बात नहीं भूल सकते. वहां लोगों के साथ जो हो रहा है, कहीं न कहीं इस सरकार ने वहीं से हमारे संविधान को हमसे छीना शुरू किया था."
आइशी घोष ने भी कहा कि ये देश नेहरू और गांधी का है, उतना ही मौलाना अबुल कलाम आजाद और एपीजे अब्दुल कलाम का है.
बता दें, जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष 5 जनवरी को JNU में नकाबपोशों के हमले के बाद से ही चर्चा में हैं. इस दिन कुछ नकाबपोशों ने कैंपस में घुसकर छात्रों और प्रोफेसर के साथ मारपीट की थी. इसमें आइशी घोष भी घायल हो गई थी. इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने छात्रों के खिलाफ केस दर्ज किया, जिसमें आइशी घोष भी शामिल हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)