Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019जोशीमठ से आर्मी जवान ट्रांसफर, सेना प्रमुख बोल -'तैयारी पर कोई असर नहीं'

जोशीमठ से आर्मी जवान ट्रांसफर, सेना प्रमुख बोल -'तैयारी पर कोई असर नहीं'

जनरल पांडे ने कहा- उत्तराखंड में जोशीमठ के आसपास 20 से अधिक सैन्य प्रतिष्ठानों को मामूली नुकसान हुआ है.

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
<div class="paragraphs"><p>लगातार भूस्खलन और अचानक बाढ़ का कारण बना है.</p></div>
i

लगातार भूस्खलन और अचानक बाढ़ का कारण बना है.

(फोटो: क्विंट)

advertisement

भारतीय सेना (Indian Army) प्रमुख मनोज पांडे (Manoj Pande) ने कहा कि भारत ने जोशीमठ के डूबते हुए हिमालयी शहर के आसपास के क्षेत्रों से कुछ सैनिकों को ट्रांसफर कर दिया है, जो चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा या एलएसी के पास हैं. जनरल पांडे ने यह नहीं बताया कि कितने सैनिकों को सुरक्षा के लिए दूर ले जाया जाएगा, लेकिन उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में जोशीमठ के आसपास 20 से अधिक सैन्य प्रतिष्ठानों को मामूली नुकसान हुआ है.

जनरल पांडे ने राज्य में सेना के संचालन के वार्षिक संबोधन में कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम और अधिक यूनिट्स को ट्रांसफर करने के लिए तैयार हैं, लेकिन हमारी ऑपरेशनल तैयारियां चल रही हैं. हमारी तैयारी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है.

बद्रीनाथ जैसे पर्वतीय अभियानों और तीर्थ स्थलों के लिए प्रवेश द्वार जोशीमठ में तेजी से बुनियादी ढांचा विकास और बड़े पैमाने पर पर्यटकों की संख्या देखी गई है.

इसके बदले में पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुंचा है और लगातार भूस्खलन और अचानक बाढ़ का कारण बना है.

वास्तविक नियंत्रण रेखा के रूप में पहचानी जाने वाली चीन के साथ 3,488 किलोमीटर (2,170 मील) सीमा के एक बड़े हिस्से की रक्षा करने के लिए यह क्षेत्र एक प्रमुख गैरीसन केंद्र भी है. भारत के वाले इलाके में स्थित तोपखाने और मिसाइल प्रणालियों सहित 20 हजार से अधिक सैनिक हैं.

जोशीमठ शहर में 600 से अधिक इमारतों में दरारें दिखाई देने के बाद सुप्रीम कोर्ट 16 जनवरी को एक स्थानीय धार्मिक नेता की याचिका पर सुनवाई करने के लिए तैयार है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिका में क्या है?

सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिका में एक पनबिजली परियोजना के निर्माण को रोकने की मांग की गई है. शहर में आए मौजूदा संकट ने क्षेत्र में दशकों पुरानी विकास बनाम पर्यावरण बहस को फिर से जीवित कर दिया है.

जोशीमठ में आई आपदा से प्रभावित परिवारों के लिए राहत और बचाव अभियान चल रहा है. सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में राज्य द्वारा संचालित एनटीपीसी लिमिटेड द्वारा उसके पास की पनबिजली परियोजना के लिए बनाई जा रही सुरंग पर चल रहे काम को रोकने के लिए कानूनी हस्तक्षेप की मांग की गई है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 13 Jan 2023,07:36 AM IST

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT