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गौरी लंकेश की पहली बरसी, बेंगलुरु में एकजुट हुए सामाजिक कार्यकर्ता

स्वामी अग्निवेश की मांग, सनातन संस्था को घोषित किया जाए ‘आतंकी संगठन’

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गौरी लंकेश की पहली बरसी पर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने निकाला शांति मार्च
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गौरी लंकेश की पहली बरसी पर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने निकाला शांति मार्च
(फोटोः PTI)

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पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या को एक साल हो चुका है. पिछले साल आज ही के दिन बेंगलुरु में गौरी लंकेश की उनके आवास के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

गौरी लंकेश को किसी भी मुद्दे पर बेबाक राय रखने के लिए जाना जाता था. कट्टर हिंदुत्व और दक्षिणपंथी संगठनों की आलोचना के चलते ही उनकी हत्या हुई. गौरी लंकेश की पहली बरसी पर तमाम सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बेंगलुरु पहुंचकर उन्हें याद किया. इस मौके पर गौरी लंकेश की बंद हो चुकी पत्रिका को नए नाम 'न्याय पाठ' के साथ शुरू किया गया.

गरीबों के हक में लिखने वाली पत्रकार थीं गौरी लंकेशः जिग्नेश

गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने गौरी लंकेश को याद करते हुए उन्हें निर्भीक और गरीबों के हक में लिखने वाली पत्रकार बताया.

‘आज उन्हें (गौरी लंकेश) गए हुए एक साल हो गया है. अगर वे जीवित होतीं, तो ये सरकार उन्हें भी अर्बन नक्सली घोषित कर चुकी होती. महाराष्ट्र में जो स्थिति दाभोलकर की थी, वही स्थिति कर्नाटक में गौरी लंकेश की थी. उनकी पहली बरसी पर हम विरोधियों की आवाज दबाने वाली मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ एकजुट हुए हैं. हम सरकार को बताना चाहते हैं कि हम सभी गौरी लंकेश हैं.’ 
जिग्नेश मेवाणी, निर्दलीय विधायक, गुजरात

जिग्नेश ने गौरी लंकेश को याद करते हुए कहा, ''वे मुझे अपना बेटा मानती थीं. हत्या से ठीक 14 दिन पहले मैं उनसे उनके आवास पर जाकर मिला था. मुलाकात के दौरान उन्होंने बताया था कि दक्षिणपंथी लोग उनके लेखों की वजह से उनसे नाराज हैं.''

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समाधि स्थल पर जुटे सामाजिक कार्यकर्ता

पहली बरसी के मौके पर गौरी लंकेश ट्रस्ट ने 'अभिव्यक्ति की आजादी सम्मेलन' का आयोजन किया. इस सम्मेलन में देशभर के कई सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक शामिल हुए. स्वामी अग्निवेश, कन्हैया कुमार और उमर खालिद भी इस सम्मेलन में पहुंचे थे.

इस दौरान सोशल मीडिया पर ट्रोल होने वाले या ट्रोलर्स की धमकी पाने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं और लेखकों ने विरोध के तौर पर राजभवन तक शांति मार्च किया. 'राजभवन चलो' रैली की अगुवाई स्वामी अग्निवेश ने की.

'सनातन संस्था को आतंकी संगठन घोषित किया जाए'

'राजभवन चलो' रैली के दौरान स्वामी अग्निवेश ने सनातन संस्था और इस जैसे तमाम संगठनों को आतंकी संगठन घोषित किए जाने की मांग की. इस दौरान उन्होंने अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ गर्वनर को मांग पत्र भी सौंपा.

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